-बरेली रेंज में मुरादाबाद रेंज से 6 गुना पेंडेंसी अधिक

-चार वर्ष तक की पेंडिंग विवेचनाओं को जल्द निस्तारण के आदेश

BAREILLY: बरेली जोन में पेंडिंग विवेचनाओं की लंबी फेहरिस्त है। वर्ष 2013 से 2016 मे चार वर्ष में जोन में 1783 विवेचनाएं पेंडिंग हैं। मुरादाबाद रेंज से बरेली रेंज में 6 गुना अधिक विवेचनाएं पेंडिंग हैं। सिर्फ बरेली की बात करें तो 207 विवेचनाएं पेंडिंग हैं। पेंडिंग विवेचनाओं की वजह से पीडि़तों को थाने व अधिकारियों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। शासन के निर्देश पर एडीजी ने सभी जिलों को पेंडिंग विवेचनाओं के निस्तारण के आदेश दिए हैं। इसी के तहत सभी थानों के निरीक्षण भी किए जा रहे हैं। हालांकि वर्ष 2013 की सिर्फ मुरादाबाद डिस्ट्रिक्ट की 5 विवेचनाएं पेंडिंग हैं। बाकी किसी भी डिस्ट्रिक्ट में इस वर्ष की विवेचनाएं पेंडिंग नहीं हैं।

1783-विवेचनाएं जोन में पेंडिंग

1554-विवेचनाएं रेंज में पेंडिंग

229-विवेचनाएं मुरादाबाद रेंज में पेंडिंग

207-विवेचनाएं बरेली डिस्ट्रिक्ट में पेंडिंग

डिस्ट्रिक्ट व वर्ष वाइज पेंडिंग विवेचनाएं

डिस्ट्रिक्ट 2014 2015 2016 टोटल

बरेली 2 48 157 207

शाहजहांपुर 55 375 273 703

बदायूं 24 132 218 374

पीलीभीत 196 27 27 270

अमरोहा 35 16 41 92

मुरादाबाद 2 12 55 74

बिजनौर 2 4 24 30

रामपुर 4 4 15 23

संभल 1 0 9 10

थाना वाइज पेंडिंग विवेचनाएं

0-अलीगंज, 6-आंवला, 12-बहेड़ी, 18-बारादरी, 2-भमौरा, 11-भोजीपुरा, 7-भुता, 1-बिथरी चैनपुर, 5-कैंट, 4-सीबीगंज, 0-देवरनियां, 16-फरीदपुर, 5-फतेहगंज पूर्वी, 3-फतेहगंज वेस्ट, 2-जीआरपी बरेली सिटी, 21-जीआरपी बरेली जंक्शन, 4-हाफिजगंज, 13-इज्जतनगर, 20-कोतवाली, 2-महिला थाना, 8-मीरगंज, 9-नवाबगंज, 7-प्रेमनगर, 0-किला, 1-क्योलडि़या, 1-शाही, 3-शीशगढ़, 1-शेरगढ़, 15-सिरौली, 4-सुभाषनगर, 6-बिशारतगंज,

विवेचनाओं के निस्तारण्ा के नियम

-केस झूठा होने पर कभी भी केस एक्सपंज किया जा सकता है

-विवेचना में अभियुक्त की गिरफ्तारी के बाद नॉर्मल मामलों में 60 दिन में चार्जशीट लगानी होती है

-हीनियस क्राइम में अभियुक्त की गिरफ्तारी के 90 दिन बाद चार्जशीट लगानी होती है

-विवेचना में कोई सबूत न मिलने पर फाइनल रिपोर्ट लगाई जाती है

-हीनियस केस की विवेचनाएं लंबी चलती हैं और उनमें फाइनल रिपोर्ट लगाने पर भी जांच जारी रहती है और कभी भी केस रीओपन हो सकता है

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केस खोल दिया से काम नहीं चलेगा

एडीजी जोन ने आईजी रेंज, एसएसपी व एसपी सिटी की लगाई क्लास

शहर में बढ़ते क्राइम और बदमाशों पर नकेल कसने में पुलिस ढिलाही बरत रही है। लखनऊ से डीजीपी की मीटिंग से लौटे एडीजी जोन ब्रज राज मीणा का पारा चढ़ गया। उन्होंने फ्राइडे को पहले आईजी रेंज एसके भगत और फिर एसएसपी जोगेंद्र कुमार व एसपी सिटी रोहित सिंह सजवाण को बुला लिया और सबकी जमकर क्लास लगाई। एडीजी ने साफ कह दिया कि वारदात होने के बाद केस खोल दिया कहने से अब काम नहीं चलेगा, अब बताना होगा कि वारदात हुई क्यों। उन्होंने रिजल्ट ओरिएंटेड व प्रिवेंटिव एक्शन लेने के सख्त निर्देश दिए हैं। एडीजी ने कहा कि अब प्रत्येक बीट कांस्टेबल दो गुंडा और दो सक्रिय अपराधियों की लिस्ट तैयार करेंगे। फोर्स और यूपी 100 का रीडिप्लॉयमेंट करें। दिवाली तक सभी गैंगस्टर को जेल में भेजने का टारगेट दिया गया है।

जोन में गैंगस्टर की कार्रवाई

28-बरेली, 25-पीलीभीत, 11-बदायूं, 9-शाहजहांपुर, 40-बिजनौर, 29-संभल, 16-मुरादाबाद, 11-अमरोहा, 3-रामपुर