GORAKHPUR: दुष्कर्म के मामले में जांच किए बिना ही दारोगा ने चार्जशीट दाखिल कर दी। साजिश के तहत केस दर्ज कराए जाने की शिकायत पर एसएसपी ने साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई करने निर्देश दिया था। एसपी सिटी इस प्रकरण की निगरानी कर रहे थे। दारोगा ने अधिकारियों को बताए बिना ही चुपके से चार्जशीट दाखिल कर दी। समीक्षा में मामले की जानकारी होने पर एसएसपी ने दारोगा को निलंबित कर एसपी सिटी को पूरे प्रकरण की जांच सौंपी है।

महिला ने कई लोगों पर दर्ज कराया था केस

शाहपुर इलाके की रहने वाली महिला ने कूडाघाट के रहने वाले एक युवक पर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज कर कैंट पुलिस जांच कर रही थी। मजिस्ट्रेट के सामने दिए गए बयान में महिला ने एक और व्यक्ति के ऊपर आरोप लगा दिया। शिकायत पर एसएसपी ने जांच कराई तो पता चला कि महिला पहले भी कई लोगों पर केस दर्ज करा चुकी है। एसपी सिटी को प्रकरण की निगरानी करने की जिम्मेदारी देते हुए साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। उच्चाधिकारियों और थाना प्रभारी के बताने के बाद भी विवेचक तत्कालीन मोहद्दीपुर चौकी प्रभारी अरुण सिंह ने आनन -फानन में एक आरोपित के खिलाफ चार्जशीट लगा दिया। सोमवार की रात विवेचना की समीक्षा में अधिकारियों को मामले की जानकारी हुई। एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि निर्देश की अनदेखी कर मनमानी तरीके से विवेचना करने वाले दारोगा को निलंबित कर दिया गया है। चरित्र पंजिका में प्रतिकूल प्रविष्टि दर्ज करने के साथ ही भूमिका की जांच होगी। एसपी सिटी पूरे मामले की जांच करेंगे।