बाहर से आकर कर रहे वारदात

सिटी में छोटे अपराध को अंजाम देने वाले ज्यादातर बदमाश आस-पास के जिलों से आकर अंजाम दे रहे है। इसके लिए पुलिस आउट स्कर्ट एरिया में किराए पर रहने वाले संदिग्धों की निगेहबानी कर रही है। हाल में पकड़े गए एक गैंग के मेंबर ने खुलासा किया था कि ठगी करने वाला एक गैंग सिटी में किराए के मकान में रहकर वारदात को अंजाम दे रहा था।

लिस्ट बनाकर होगी कार्रवाई

पुलिस अपराधियों की नई सूची तैयार कर रही है। पुरानी लिस्ट में सालों से अपराध का रास्ता छोड़ चुके बदमाशों को निकाला जाएगा। पुराने हिस्ट्रीशीटर जिनका अपराध से नाता टूट गया है, वह पुलिस के मददगार साबित होंगे। उनकी मदद से एक्टिव क्रिमिनल्स की धरपकड़ की जाएगी। ऐसे बदमाशों को भी पुलिस की लिस्ट में शामिल किया जाएगा तो वारदात को अंजाम देकर शहर छोड़ कर भाग जाते है, ताकि उनके संबंधित एरिया की पुलिस से मदद लेकर कार्रवाई की जा सके।

कंप्यूटराइज्ड होगा डाटा

क्रिमिनल्स की लिस्ट अब मैनुअल नहीं बल्कि कंप्यूटराइज्ड होगी। ताकि डाटा को ऑन लाइन यूज किया जा सके और प्रदेश के किसी भी डिस्ट्रिक्ट में पकड़े जाने पर उनकी हिस्ट्रीशीट खोली जा सके। थानेवाइज ऐसे क्रिमिनल्स की फोटो को भी डाटा में फिट किए जाने का काम चल रहा है।