समितियों की जिम्मेदारी

डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि कांवरियों को ग्रुप में लाने की जिम्मेदारी समितियों की होगी। साथ ही ये अफवाहों को भी रोकेंगे। हर जत्थे के साथ सिर्फ दो लाउडस्पीकर होंगे। इसी तरह मिश्रित आबादी में नमाज तेज आवाज में न पढ़े जाने का ध्यान रखा जाएगा। शुक्रवार को जुमे की नमाज होती है और शुक्रवार से ही कांवरिए जल लेने जाते हैं और मंडे तक वापस आते हैं। इसलिए इन चार दिन के दौरान पूरे डिस्ट्रिक्ट में रेड स्कीम जारी रहेगी।

Scheme के तहत इंतजाम

पुलिस-प्रशासन ने एक स्कीम बनाई है। इसके तहत जुलूस का विवरण, पैदल मार्ग का विवरण, प्रमुख मंदिर, रूट डायवर्जन, डीजीपी के निर्देश, पिछली घटनाएं, अस्थाई पुलिस चौकी या पिकेट, जोनल सेक्टर, पब्लिक एड्रेस सिस्टम व अन्य प्वॉइंट्स पर तैयारियां की गई हैं। यही नहीं सुपर जोन, जोनल पुलिस, सेक्टर पुलिस, सब सेक्टर, महिला पुलिसकर्मी, वॉच टावर, छत ड्यूटी, मिश्रित आबादी की सुरक्षा आदि प्वॉइंट्स पर भी काम किया जा रहा है।

बनेंगी अस्थाई पुलिस चौकी

करगैना और सिटी सब्जी मंडी पर अस्थाई पुलिस चौकी बनाई जा रही है। इनमें 2 एसआई, 8 कांस्टेबल, 6 लेडी कांस्टेबल और 8 होमगार्ड ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। पिकेट लगाई जाएंगी। जीप, मोटर साइकिल और पैदल गश्त की जाएगी। पीएसी, आरएफ की ड्यूटी लगेगी। रामगंगा, बनखंडी व किला में अतिरिक्त क्यूआरटी रहेगी। सुभाषनगर, किला, प्रेमनगर व बारादरी थाने में इमरजेंसी में स्ट्राइकिंग रिजर्व रहेगी। सूचना संग्रह एवं एंटी सबोटाज चेकिंग, बम डिस्पोजल स्क्वॉयड भी अलर्ट रहेंगे।

CCTV रखेंगे नजर

कांवरियों की गणना भी की जाएगी। पुलिस कंट्रोल रूम, कोतवाली, बिहारीपुर चौकी, चौकी मठ, चौकी सिविल लाइंस, स्टेशन रोड, कोहाड़ापीर, छावनी अशरफ खां, आवास-विकास व अन्य सभी चौकियों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम वर्क करेगा। कांवर कंट्रोल और सब कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे। अग्निशमन, क्रेन, रेलवे स्टेशन व बस अड्डों पर पुलिस रहेगी। इसके अलावा प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे, खोया पाया केंद्र, अतिरिक्त कांवर एवं गंगा जल रखने की व्यवस्था, मंदिरों, मस्जिदों पर व्यवस्था के साथ-साथ हेल्थ केयर की भी व्यवस्था की गई है।

संवेदनशील लिस्ट तैयार

पुलिस-प्रशासन ने संवेदनशील लोगों की लिस्ट तैयार कर ली है। चार अति संवदेनशील समेत 270 लोगों की थानावाइज लिस्ट तैयार की गई है। कोतवाली में 43, प्रेमनगर में 38, बारादरी में 58, किला में 25, सुभाषनगर में 12, कैंट में 2 और इज्जतनगर में 8 लोग शामिल हैं।

बवाल ही बवाल

लास्ट ईयर दंगों की शुरुआत कोतवाली, बारादरी व प्रेमनगर थानों से हुई थी। 22 जुलाई को प्रेमनगर की चौकी शाहबाद में मारपीट और पथराव से शुरुआत हुई। फिर कोतवाली की मठ चौकी, श्यामगंज,  इज्जतनगर, सिटी रेलवे स्टेशन, सिटी सब्जी मंडी व अन्य स्थानों पर एक के बाद एक दंगे हुए। इसके अलावा 23 जुलाई को कुंवरपुर नीम वाली मस्जिद, 24 जुलाई हजियापुर, 25 जुलाई को चक महमूद, सैनिक कालोनी, 27 जुलाई को मीरा की पैठ, 19 अगस्त को छोटी बमनपुरी, 20 अगस्त को गढ़ी गंगा मंदिर, 22 अगस्त को आंवला में घटनाएं हुईं। इसके अलावा 2010 में फरीदपुर के परा में विवाद हुआ था। यही नहीं लास्ट ईयर, शेरगढ़, फरीदपुर, सीबीगंज व अन्य स्थानों पर बवाल हुए। सभी मामलों में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी।

Last year थीं कमियां

लास्ट ईयर सावन और रमजान के दौरान पुलिस-प्रशासन के इंतजाम काफी ढीले थे। कांवरियों का रूट डिसाइड नहीं किया गया था। पुलिस की लोकल इंटेलीजेंस भी फेल हुई थी। जब शहर का माहौल पूरी तरह बिगड़ गया, उसके बाद कांवर स्कीम बनाई गई। दंगा एक्शन प्लान बनाया गया। रेड, यलो, ग्रीन स्कीम लागू की गई। पुलिस के साथ मजिस्टे्रट की ड्यूटी लगाई गई।

जलाभिषेक की dates

  8 जुलाई        त्रिवटी नाथ मंदिर

15 जुलाई        अलखनाथ मंदिर

22 जुलाई        मढ़ीनाथ मंदिर

29 जुलाई         तपेश्वर नाथ मंदिर

  5 अगस्त        धोपेश्वर नाथ मंदिर

12 अगस्त        बनखंडी नाथ मंदिर

19 अगस्त         पशुपति नाथ मंदिर  

Force arrangements

एसओ-34, एसआई-273, हेड कांस्टेबल-49, कांस्टेबल-1336, लेडी कांस्टेबल-115, एपी गार्ड-1, ट्रैफिक पुलिस-8, पीएसी-6 और टियर गन-1 के साथ-साथ डिस्ट्रिक्ट की फोर्स अवेलेबल रहेगी।