पुलिस ने सीधे लिया एक्शन

कैंपस के अंदर से फाईडे को फायरिंग हुई तो पुलिस ने भी सीधे एक्शन ले लिया। इस बार वह कार्रवाई करने में इस बार समक्ष भी दिखी क्योंकि मार्निंग से ही एयू रोड का नजारा कुछ बदला बदला सा था। पूरे रोड पर रैपिड एक्शन फोर्स ने कब्जा कर लिया था। कैंपस के बाहर यही चर्चा रही कि अगर एक दिन पहले ही आरएफ को लगा दिया गया होता तो इतना हंगामा ही नहीं हुआ होता।

कोचिंग संचालक भी शामिल

 पुलिस इस उपद्रव के पीछे बाहरी तत्वों का हाथ बता रही है। एसपी सिटी राजेश यादव भी जख्मी हालत में फ्राइडे को अपनी पोजिशन लिए थे। एयू गेट पर उन्होंने मीडिया को बताया कि बाहरी अराजक तत्व माहौल को खराब करने की कोशिश करने में जुटे हैं। पुलिस ने 28 लोगों को अरेस्ट कर जेल भेजा। जिसमें से तीन कोचिंग संचालक हैं। इसी से पता चलता है कि इस आंदोलन में बाहरी लोग शामिल होकर माहौल को खराब करने में जुट गए हैं। एएसपी देव रंजन ने बताया कि हजारों छात्रों ने कैंडिल मार्च निकाला था, लेकिन कोई बवाल नहीं हुआ और 500 छात्रों के चक्कर में बवाल हो गया। ऐसा सिर्फ इसलिए हुआ क्योंकि कुछ बाहरी लोग यहां पर बवाल करने के लिए ही पहुंचे थे।

दिल्ली भागे बीजेपी नेता

एसपी सिटी ने बताया कि आगजनी और उपद्रव के पीछे बीजेपी लीडर केशव प्रसाद मौर्या का भड़काऊ भाषण है। उन्होंने ही लड़कों को उत्तेजित किया था। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद केशव प्रसाद मौर्या शहर छोड़ कर भाग निकले हैं। एसपी सिटी की माने तो केशव प्रसाद मौर्या की लोकेशन दिल्ली में मिली है। पुलिस टीम उनकी तलाश में जुटी है। वहीं दूसरे अन्य आरोपियों को ट्रेस करने के लिए पुलिस टीम लगी हुई है।

बाहर नहीं दिखे छात्र

फ्राइडे मार्निंग से ही पुलिस फोर्स को एयू के बाहर लगा दिया गया था.  हां जार्जटाउन एसओ विजय प्रताप और कीडगंज एसओ रवि भूषण को जख्मी होने के कारण ड्यूटी पर नहीं बुलाया गया था। वहीं इस बार पुलिस ने स्थिति कंट्रोल करने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स को हर जगह पर लगा दिया था। इसका नतीजा यह रहा है कि कैंपस के बाहर कहीं कोई हंगामे की सूचना नहीं रही।