-सरधना क्षेत्र में सर्राफ और राहुल खट्टा की लोकेशन पर चला सर्च अभियान

-तीन जिलों की पुलिस और दो कंपनी पीएसी ने गांव व जंगल खंगाले, मिली हताशा

सरधना : राहुल खट्टा की तलाश में जुटी मेरठ जोन की पुलिस के मंगलवार को एक फिर दांत खट्टे हो गए। बागपत के अपहृत सर्राफ प्रदीप वर्मा की लोकेशन और कुख्यात राहुल खट्टा की लोकेशन सोमवार रात सरधना क्षेत्र में मिली, जिसके चलते तीन जिलों की पुलिस और दो कंपनी पीएसी ने मंगलवार को पूरा दिन रोहटा, सरधना, सरूरपुर के साथ मुजफ्फरनगर जनपद के गांवों में सघन तलाशी अभियान चलाया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पहली बार दो ड्रोन कैमरों से भी ईख के खेत खंगाले, मगर खाली हाथ लौटी पुलिस की तमाम मशक्कत बेकार गई।

बागपत के ठाकुरद्वारा से निवासी सर्राफ प्रदीप वर्मा का शनिवार सुबह करीब साढ़े छह बजे हथियारबंद बदमाशों ने अपहरण कर लिया था। पुलिस सूत्रों की मानें तो इस अपहरण कांड में राहुल खट्टा का नाम सामने आ रहा है। सर्राफ के परिजनों से दो करोड़ की फिरौती भी मांगी गई है। हालांकि अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो सोमवार रात पुलिस को राहुल खट्टा और उसके गुर्गों की लोकेशन सरधना क्षेत्र के आसपास मिली। पुलिस ने राहुल खट्टा की तलाश में महासर्च अभियान चलाया। इस अभियान में मेरठ के अलावा बागपत और गाजियाबाद जिले की पुलिस भी शामिल रही। अभियान की कमान एएसपी अभिषेक सिंह के हाथों में रही। सीओ सरधना श्वेताभ पांडेय, सीओ बागपत, सीओ दौराला समेत अन्य अधिकारी भी रहे। पुलिस ने रोहटा, सरूरपुर और सरधना के दर्जनों गांवों के अलावा मुजफ्फरनगर जनपद के भूपखेड़ी गांव में भी तलाशी अभियान चलाया। अक्खेपुर गांव में पुलिस ने राहुल खट्टा की बुआ के घर पर भी दबिश दी, लेकिन वहां ताला लटका मिला। देर शाम तक पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा।

सभी गांवों के नलकूपों की तलाशी

राहुल खट्टा आमतौर पर अपनी पकड़ को जंगलों में नलकूपों पर रखता है। बीते वर्ष चार नवंबर को धौलाना (गाजियाबाद) के ईंट भट्ठा व्यापारी नवीन कंसल और उनके चालक कृष्ण गोपाल को पुलिस ने कालंदी के जंगल से बरामद किया था। इस घटना में भी राहुल खट्टा का नाम सामने आया था। इस मामले में पांच करोड़ की फिरौती मांगी गई थी। ऐसे में पुलिस ने एक भी नलकूप तलाशी लिए बिना नहीं छोड़ा।

एक को उठाया, पूछताछ के बाद छोड़ा

रोहटा : थाना रोहटा में एसओजी व क्राईम ब्रांच के संयुक्त अभियान में क्राईम ब्रांच प्रभारी निरीक्षक श्यामवीर सिंह ने मंगलवार को क्षेत्र के गांव चिंदोडी में राहुल खट्टा गैंग के बदमाशों के होने के शक में दबिश दी। इस दौरान उन्होंने गांव के ही प्रविंद्र उर्फ लाला को पूछताछ के लिए पकडा और रोहटा थाने में लेकर आई। तीन घंटे की पूछताछ के बाद युवक को छोड़ दिया गया।

क्या है ड्रोन कैमरा?

बागपत: ड्रोन, एक उड़ने वाला रिमोट नियंत्रित पक्षियों की तरह छोटा सा यंत्र है। इसे रिमोट के जरिए कहीं भी भेजा जा सकता है। ड्रोन कहीं भी यानी किसी गली, मोहल्ले, घर, खिड़की, छत, जंगल, पहाड़ी क्षेत्र में आसानी से भेजा जा सकता है।

इनका कहना है

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपहरण की घटना में पहली बार ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

- आलोक शर्मा, आईजी, मेरठ जोन