- कलेक्ट्रेट में घुसी प्रचार सामग्री लगी दो कारों को किया सीज

- एसएसपी ने मौके पर उतरवाई गाडि़यों की ब्लैक फिल्म

आगरा। आचार संहिता का उल्लंघन भारी पड़ सकता है। जिले में स्पेशल टीम एक्टिव कर दी गई है। अब उल्लंघन किया, तो सीधी कार्रवाई से होकर गुजरना पड़ेगा। इसके लिए एक स्पेशल टीम का भी गठन किया गया है। शुक्रवार को प्रचार सामग्री लगी दो कारें कलेक्ट्रेट पहुंची। जिन्हें एसएसपी के आदेश पर कार्रवाई करते हुए दोनों को सीज कर दिया गया।

कलेक्ट्रेट में गाडि़यां लेकर पहुंचे

शुक्रवार की दोपहर 12 बजे करीब एसएसपी डॉ। प्रीतिंदर सिंह अपने कार्यालय पर बैठे थे। उस दौरान आचार संहित को लेकर पुलिस की प्लानिंग चल रही थी। उसी दौरान एसएसपी को सूचना मिली कि परिसर में दो गाडि़यों पर प्रचार सामग्री लगी हुई है और बेखौफ गाडि़यों को परिसर के अंदर खड़ा किया गया है।

मौके पर की गई कार्रवाई

जानकारी होने पर एसएसपी ने अधीनस्थों को जांच के निर्देश दिए। पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। एक गाड़ी डीएम कार्यालय के पास खड़ी थी। गाड़ी पर सपा का झंडा लगा हुआ था। जबकि दूसरी गाड़ी भी कलेक्ट्रेट परिसर में खड़ी थी। उस पर बीजेपी की प्रचार सामग्री लगी थी। पुलिस ने मौके पर जाकर प्रचार सामग्री हटवाई।

गाडि़यों को किया सीज

पुलिस ने कड़ी कार्रवाई दिखाते हुए गाडि़यों की ब्लैक फिल्म उतरवाई। साथ ही मौके पर ही दोनों गाडि़यों को सीज किया गया। एक गाड़ी सफारी व दूसरी फॉच्र्यूनर है। गाड़ी स्वामियों का कहना था कि वह गलती से प्रचार सामग्री हटाना भूल गए। लेकिन पुलिस ने कोई रहम न कर चालान कर दिया।

पुलिस ने किया चालान

पुलिस ने कलेक्ट्रेट में पकड़ी गई गाडि़यों को सीज कर चालान किया है। पुलिस के मुताबिक प्रचार सामग्री पुरानी थी, यदि नई प्रचार सामग्री पाई जाती तो दोनों पर मुकदमा पंजीकृत किया जाता। फॉच्र्यूनर स्वामी का नाम जमील खान निवासी कलवारी बताया गया है। इनकी कार पर सपा का झंडा लगा था। सफारी गाड़ी के स्वामी का नाम शेर सिंह निवासी मधुनगर बताया गया है। इनकी गाड़ी पर बीजेपी का स्टीगर लगा था। पुलिस ने

दोनों गाडि़यों से काली फिल्म उतारी थी।

पुलिस की बड़े स्तर पर कार्रवाई

आचार संहिता के बाद समस्त प्रदेश में संहिता उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश हैं। प्रशासन की तरफ से चुनाव में आचार संहिता का पालन कराने के लिए एक स्पेशल टीम बनाई गई है, जो खुफिया तरीके से राजनीतिक लोगों पर नजर रखे हुए है कि कहीं कोई चोरी-छिपे प्रचार तो नहीं कर रहा है। पुलिस बैरियरों पर चेकिंग कर नीली, लाल बत्ती, हूटर, ब्लैक फिल्म आदि उतरवा रही है। चैनलों, समाचार पत्रों आदि में इस बात को प्रकाशित भी किया जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी लोग नहीं मान रहे हैं। मनमानी करने वाले पुलिस की कार्रवाई को चैलेंज कर रहे हैं।