RANCHI: बुधवार की सुबह तमाड़ थाना क्षेत्र के जाइरागोड़ा व विजयगिरि के बीच सुरक्षा बलों व प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के बीच मुठभेड़ हो गई। करीब तीन घंटे दोनों ओर से ताबड़तोड़ फायरिंग हुई। बाद में सुरक्षा बलों को भारी पड़ता देख नक्सली भाग गए। इसके बाद सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों को नक्सलियों के कैंप से एक लैपटॉप, पेन ड्राइव, साहित्य, एके-47 राइफल की मैग्जीन, इंसास राइफल की गोलियां, डेटोनेटर्स, फ्यूज व नक्सलियों की दैनिक उपयोग की चीजें कंबल, दवा, टार्च मिलीं। नक्सलियों से मुठभेड़ की पुष्टि सरायकेला-खरसावां के एसपी इंद्रजीत महथा ने की है।

फोर्स के पहुंचते होने लगी फायरिंग

एसपी के मुताबिक, सरायकेला पुलिस को सूचना मिली थी कि सरायकेला-खरसावां बॉर्डर और तमाड़ थाना एरिया के बीच माओवादियों का एक दस्ता मूवमेंट कर रहा है। इस सूचना पर सीआरपीएफ सरायकेला 196 बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट रौशन मिंज के नेतृत्व में टीम वहां पहुंची। दूर से देखने पर पता चला कि गांव के बगल में कुछ हथियार बंद आदमी खड़े हैं। फोर्स ने पहले सर्च अभियान चलाने की सोची, लेकिन जैसे ही फोर्स वहां पहुंची। नक्सलियों की ओर फायरिंग होने लगी। जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की। मुठभेड़ तीन घंटे तक चली। सुरक्षा बलों को भारी पड़ता देख नक्सली वहां से फरार हो गए। इधर, 196 बटालियन को कवर करने के लिए तमाड़ में स्थित 157 बटालियन की टीम भी पहुंच गई, लेकिन उनलोगों को कोई माओवादी का दस्ता नहीं मिला। टीम वापस लौट आई।

महाराज प्रमाणिक या अनल दा का दस्ता होने की आशंका

एसपी ने बताया कि जिस स्थान पर मुठभेड़ हुई है, वहां पर महाराज प्रमाणिक व अनल दा का दस्ता सक्रिय है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि उन्हीं दोनों में से एक के नेतृत्व में नक्सलियों का दस्ता उधर मूवमेंट कर रहा था।

तमाड़ थाने में होगा केस दर्ज

जब्त सामानों के साथ सीआरपीएफ द्वारा तमाड़ थाने में एक केस दर्ज किया जाएगा। इस बात की जानकारी तमाड़ थाना पुलिस को दे दी गई है।