RANCHI : गोली मारकर मौत के घाट उतार दिए गए व्यवसायी अमित खेतान की पत्‍‌नी रेखा खेतान ने पुलिस की कार्यशैली पर यह सवाल उठाया है। रेखा का आरोप है कि पुलिस ने जांच से किनारा तो किया ही, पति की हत्या के बाद ससुरालवालों ने मिलकर एक करोड़ रुपये की जालसाजी कर ली। मामले में एफआइआर दर्ज करवाई गई, लेकिन पुलिस इस कांड में भी लीपापोती में जुटी है। इंसाफ के लिए एसएसपी, ग्रामीण एसपी व कोतवाली थानेदार का चक्कर काटती रही, लेकिन न्याय की आस दिखाई नहीं दी। निराश होकर मीडिया के समक्ष अपनी बात रखते हुए पति की हत्याकांड की फाइल दोबारा खोलने और एक करोड़ की जालसाजी मामले में दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है।

देवर का है हाथ!

रेखा खेतान ने कहा कि उनके पति अमित खेतान की हत्याकांड जांच हुई तो देवर नवनीत खेतान की संलिप्तता सामने आएगी। चूंकि हत्याकांड से ठीक तीन दिन पहले जमशेदपुर में संपत्ति विवाद को लेकर बैठक हुई थी। बाद में नवनीत झारसुगुड़ा चले गए। अगले दिन पति की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड के 20 दिन बाद बाद देवर नवनीत व ससुर शंकर लाल खेतान ने उससे इंश्योरेंस क्लेम के नाम पर कई चेक पर साइन करवा लिया। इसके बाद 11 अलग-अलग अकाउंट खोलकर एक करोड़ रुपये का गबन कर लिया।

नामजद एफआईआर है दर्ज

मामले में चार मार्च 2016 को कोतवाली थाने में एफआइआर दर्ज करवाई गई। इसमें देवर नवनीत, ससुर शंकर लाल खेतान, सास कुसुम देवी, देवरानी स्मिता खेतान, जुगल खेतान व दिशू कुमार को आरोपी बनाया था। मामले में नवनीत व ससुर शंकर लाल फरार चल रहे हैं। अन्य आरोपियों ने कोर्ट से जमानत ले ली है।

2013 में गोली मारकर हुई थी हत्या

अमित खेतान अल्बर्ट एक्का चौक के समीप खेतान मेंशन के रहने वाले थे। 30 अक्टूबर 2013 को कांके क्षेत्र के संग्रामपुर पुल के समीप गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी। पुलिस अमित खेतान हत्याकांड का खुलासा नहीं कर सकी। लेकिन महज नौ महीने मे ही केस की फाइल बंद कर अंतिम प्रतिवेदन कोर्ट को सौंप दिया गया। हालांकि पति के हत्यारे की तलाश करने और न्याय के लिए उनकी पत्‍‌नी रेखा लगातार गुहार लगाती रही, वरीय अधिकारियों को कई आवेदन भी दिए।