- पुलिस कस्टडी में दबंग बना रहे सुलह का दबाव

- हत्या की धमकी से मारा-मारा फिर रहा पूरा परिवार

GORAKHPUR: सहजनवां कस्बे की एक किशोरी का दो युवकों ने अपहरण किया, तीन दिनों तक बंधक बनाकर उसके साथ रेप करते रहे। विरोध जताने पर जानमाल की धमकी दी, फिर घर के पास छोड़कर फरार हो गए। शिकायत लेकर किशोरी थाने पहुंची तो थानेदार ने एक हजार रुपए देकर मुंह बंद करने की सलाह दी। किसी तरह से मुकदमा दर्ज हुआ तो डॉक्टरी परीक्षण कराने में पुलिस ना -नुकुर करती रही। हद तो तब हो गई जब पुलिस ने पीडि़त का कोर्ट में तीन दिनों तक बयान नहीं दर्ज कराया। सपा नेताओं के दबाव में व्यस्तता का हवाला देकर थानेदार कोर्ट नहीं गए। शनिवार को परिवार पर जान का खतरा भांपकर किशोरी, महिला कांस्टेबल की हिरासत से भाग निकली। रोती - बिलखते पीडि़त परिवार ने बताया कि उनको खत्म करने की धमकी दी जा रही है। समझौता न करने पर उनके साथ कोई घटना हो सकती है।

घटना को बता रहे फर्जी

करीब पांच दिनों से पुलिस मामले में टालमटोल कर रही है। पुलिस का कहना है कि जांच में गैंग रेप और अपहरण का मामला झूठा पाया गया है। पुलिस अधिकारियों ने दावा किया कि रुपए की लालच में किशोरी ने केस दर्ज कराया है। शनिवार को महिला कांस्टेबल की हिरासत से किशोरी भाग निकली। रोती- बिलखती वह प्रेस क्लब पहुंची। किशोरी के साथ उसके माता-पिता भी थे। पीडि़त परिवार ने बताया कि महिला कांस्टेबल उस पर समझौते का दबाव बना रही थी। इसलिए वह भागकर चली आई। रोते हुई बोली कि पुलिस से मिलकर कुछ नेता उसके इज्जत की कीमत लगाने में लगे हैं।

बेमतलब हुआ आशा ज्योति केंद्र

हिंसा की शिकार महिलाओं खासकर, रेप के मामले में पीडि़त को एक छत के नीचे सारी सुविधाएं मिल जाए। थाना-पुलिस की दौड़, मेडिकल जांच कराने के लिए भागमभाग की समस्याओं से निजात दिलाने के लिए आशा ज्योति केंद्र की स्थापना हुई। लेकिन यह केंद्र बेमतलब साबित होने लगे हैं। रेप की पीडि़त को महिला कांस्टेबल अपने घर लेकर चली जाती हैं। इसकी जानकारी होने पर एसएसपी ने आश्चर्य जताया। किशोरी का बयान कराने में लापरवाही पर एसएसपी ने एसओ से जानकारी ली। हालांकि एसओ ने एसएसपी को गुमराह कर दिया।

किशोरी की पीड़ा

- स्कूल गेट पर खड़े रहने वाले आरोपी विशाल और कमलेश परेशान करते थे।

- कई लड़कियों से छेड़छाड़ करते थे। विरोध जताने पर उसको दो थप्पड़ मारा गया।

- उसकी क्लास में कोई लड़का नहीं पढ़ता है। वह अपनी सहेली से मिलने गई तभी उसका अपहरण करके रेप किया गया।

- 28 मार्च को महिला कांस्टेबल की कस्टडी में वह मेडिकल कराने पहुंची। जिला अस्पताल में पहुंचे आरोपियों के परिचितों ने जानमाल की धमकी दी।

- डॉक्टरी जांच होने के बाद तीन दिन तक पुलिस ने कोर्ट में बयान नहीं कराया।

- मुकदमा न उठाने पर उसके परिवार को खत्म करने की धमकी दी जा रही है। उसके माता-पिता, छोटे भाइयों और बहन ने घर छोड़ दिया है।

पुलिस का दावा

- किशोरी के अपहरण, उसको बंधक बनाकर रखे जाने की पुष्टि नहीं हुई।

- रुपए की लालच में किशोरी इस मामले में दबाव बनाती रही। मामला न बनने पर वह पुलिस के पास पहुंची।

- रेप के आरोपित युवक, किशोरी के साथ पढ़ने वाले युवक हैं। उनके साथ किशोरी का पुराना परिचय है।

- किशोरी की बहन भी इसके पहले इस तरह के आरोप लगा चुकी है।

- रेप का मुकदमा फर्जी है। इसलिए विवेचना में इसे खत्म कर दिया जाएगा।

वर्जन

अपहरण करके गैंग रेप करने का आरोप झूठा है। इस मामले में जांच पड़ताल कराई जा रही है। एसओ से कहा गया है कि किशोरी का कोर्ट में बयान दर्ज कराएं।

अनंत देव, एसएसपी