MATHURA (5 April): सदर तहसील पर सोमवार को हमले के बाद मंगलवार को कलक्ट्रेट क्षेत्र संगीनों के साए में बना रहा। चप्पे-चप्पे पर पुलिस और पीएसी के जवान मुस्तैद बने रहे। प्रशासन और पुलिस अधिकारी मामले को लेकर माथापच्ची करते रहे। गृह प्रमुख सचिव और डीजीपी को भी यहां के हालातों से लगातार अवगत कराया जाता रहा।

घायल हुए थे कई तहसीलकर्मी

इधर, तहसील परिसर में लेखपाल, अमीन संग्रह, स्टांप वेंडर और अधिवक्ताओं ने हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया। राजकीय जवाहरबाग में 15 मार्च 14 से कब्जा कर बैठे लोगों ने सोमवार को सदर तहसील पर लाठी-डंडों लेकर हमला बोल दिया था। इन लोगों का कहना था कि उन पर पहले तहसील की ओर से किसी ने पत्थर फेंके थे, गालियां दी थीं। इस हमले में आम नागरिकों के साथ-साथ अधिवक्ता, स्टांप वेंडर, लेखपाल, संग्रह अमीन भी घायल हो गए थे।

अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

किशोर न्यायालय परिसर में भी मारपीट, तोड़फोड़ और पथराव किया गया था.इस मामले में किशोर न्याय बोर्ड के कर्मचारी शंकरराम व वकील राकेश कुमार ने जवाहरबाग में डेरा डाले 100 अज्ञात लोग और भीड़ के खिलाफ थाना सदर बाजार रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सोमवार रात में प्रमुख सचिव गृह और पुलिस महानिदेशक लखनऊ को घटनाक्रम और अवैध कब्जा करके बैठे लोगों की रिपोर्ट डीएम राजेश कुमार ने भेज दी थी। जवाहरबाग प्रकरण से निपटने के लिए मांगी गई फोर्स उपलब्ध कराने के संकेत भी प्रशासन को रात को ही प्रमुख सचिव गृह और पुलिस महानिदेशक ने दे दिए थे। पर इसके लिए तारीख निर्धारित नहीं की गई थी।

कॉलोनी के आसपास पीएसी

जवाहरबाग के इर्द-गिर्द की कॉलोनी, सरकारी और गैर सरकारी प्रतिष्ठानों पर पुलिस और पीएसी की तैनात कर दी गई थी। मंगलवार सुबह सिटी मजिस्ट्रेट विजय कुमार, एसपी सिटी मुकुल द्विवेद्वी, सीओ सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी, सीओ सदर आरके गौतम और सीओ रिफाइनरी कुंवर अनुपम सिंह सिविल लाइन पुलिस चौकी पर जमे रहे। जवाहरबाग कॉलोनी की क्षतिग्रस्त चारदीवारी को मरम्मत कराने के लिए पुलिस चौकी पर पीडब्ल्यूडी के इंजीनियरों को बुलाया गया था और उसके बाद कॉलोनी की सुरक्षा व्यवस्था भी देखी गई। इसी बीच अधिवक्ता, स्टांप वेंडर, लेखपाल, संग्रह अमीनों ने मी¨टग करके जवाहरबाग खाली होने तक सरकारी दफ्तरों में तालाबंदी का निर्णय लिया है। लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने बताया कि पांचों तहसीलों में तहसीलकर्मी कोई भी काम नहीं करेंगे। अन्य जिलों से भी कर्मचारी संगठनों का समर्थन हासिल किए जाने की कोशिशें तेज कर दी है।

जल्दबाजी नहीं करेंगे

एसएसपी डॉ.राकेश सिंह का कहना है कि जवाहरबाग को खाली तो कराना है ही, लेकिन जल्दबाजी में नहीं। यह कार्य पूरी तैयारी के साथ किया जाएगा। हाईकोर्ट मच् भी मामला विचाराधीन है। उच्चाधिकारियों को पूरी जानकारी दे दी गई है। उन्होंने बताया कि सोमवार को तहसील परिसर में से किसी ने पत्थर फेंके थे।

हाईकोर्ट में देंगे प्रार्थना पत्र

जवाहरबाग प्रकरण में पीआईएल दाखिल करने वाले बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विजयपाल सिंह तोमर का कहना है कि जवाहर बाग मामले पर अब अगस्त माह में सुनवाई होनी है। लेकिन जल्द सुनवाई के लिए हाईकोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया जाएगा। ज्यादा दिन तक निर्णय न आने की स्थिति में दिक्कतें बढ़ जाएंगी।