- सरगना की तलाश में जुटी पुलिस, अलीगढ़ में दबिश

- एकाउंट के ट्रांजेक्शन की भी जुटाई जा रही जानकारी

आगरा। लोन का झांसा देकर ठगी करने वाले गैंग के सरगना को दबोचने के लिए पुलिस ने धड़पकड़ तेज कर दी है। शातिर की तलाश में अलीगढ़ में दबिश दी गई, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। पुलिस की मानें तो अलीगढ़ में भी गैंग कई को निशाना बना चुका है। इस मामले में मुकदमे भी दर्ज कराए गए हैं। साथ ही पुलिस गैंग द्वारा शिकार बनाए गए लोगों की जानकारी भी जुटा रही है।

पुलिस को दंपति की तलाश

पुलिस ने हल्द्वानी की महिला मुन्नी देवी से लोन के नाम पर सात लाख रुपये हड़पने वाले चार शातिरों को पकड़ा था। 27 मई को एएसपी श्लोक कुमार ने गैंग का खुलासा किया। गैंग के सदस्य खुद को बैंक अधिकारी बता ठगी करते थे। इस मामले में अलीगढ़ निवासी सागर शर्मा व उसकी पत्नी हेमा शर्मा की पुलिस तलाश कर रही है। वह वहीं पर रहकर पूरा नेटवर्क चला रहे थे। सोमवार को पुलिस वहां पर दबिश देने गई, लेकिन कोई नहीं मिला।

कई को बनाया निशाना

पुलिस की मानें तो शातिरों ने मात्र यहां पर ही नहीं बल्कि अलीगढ़ में भी कई लोगों को निशाना बनाया। अलीगढ़ के जवां थाने में सागर शर्मा व उसकी पत्नी के अलावा रवि के नाम पर मुकदमा दर्ज किया गया है। हरीपर्वत पुलिस ने शातिरों में रवि को पकड़ा था। रवि की पत्नी अलीगढ़ के किसी थाने में महिला कॉन्स्टेबल है। रवि इस बात का फायदा उठाता था। पुलिस ने उसे जेल भेज दिया।

व्हाट्सअप पर डीलिंग पुलिस के लिए माथापच्ची

कई मामलों में देखा गया है कि व्हाट्सअप से शातिर जो भी डीलिंग करते हैं, वह पुलिस की पकड़ में नहीं आ पाता। चूंकि पुलिस के पास व्हाट्सअप को ट्रेस करने के लिए कोई सुविधा नहीं है। इसके लिए पुलिस को माथापच्ची करनी होती है। हल्द्वानी वाले मामले में भी शातिरों ने कागजात व्हाट्सअप से मंगवाए थे। अब पुलिस इस बात की जानकारी कर रही है कि और कितने लोगों से व्हाट्सअप के जरिए दस्तावेज मंगवाए थे।

एकाउंट की जानकारी जुटा रही पुलिस

गैंग का एक बैंक एकाउंट कमला नगर में तो दूसरा एकाउंट अलीगढ़ में पुलिस को मिला है। शातिरों ने खाते से रुपयों का ट्रांजेक्शन कर दिया है। पुलिस अब इस बारे में जानकारी कर रही है कि इन एकाउंट से दूसरे कितने एकाउंट रुपया ट्रांसफर किया गया है।