बनारस RTO में चंदौली पुलिस का धावा

-भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार ARTO आरएस यादव पर शिकंजा कसने की कवायद हुई तेज, कई दस्तावेज जब्त

-पुलिस ने बंद कमरे में RTO के दर्ज किए बयान

-कई बाबूओं पर भी गिर सकती है गाज, ARTO से जुड़ी फाइलों को भेजा प्रवर्तन निदेशालय

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चंदौली के सस्पेंड एआरटीओ आरएस यादव पर कानूनी शिकंजा और कसने के लिए पुलिस अब और फास्ट हो गई है। वहीं आरटीओ में भ्रष्टाचार फैलाने वाले बाबूओं व अन्य कर्मचारियों को भी पुलिस निशाने पर लेने की तैयारी में है। इस क्रम में शुक्रवार को चंदौली पुलिस ने बनारस के बाबतपुर स्थित आरटीओ कार्यालय पहुंचकर घंटों पड़ताल की। आरएस यादव के मामले में विवेचना कर रहे चंदौली चकिया के सीओ प्रदीप सिंह चंदेल के नेतृत्व में पहुंची पुलिस टीम को देखते ही हड़कंप मच गया। कई कर्मचारी कुर्सी छोड़कर भाग खड़े हुए। सीओ ने आरटीओ आरपी द्विवेदी व आरटीओ प्रवर्तन राधेश्याम समेत कई कर्मचारियों से दो घंटे से भी अधिक समय तक पूछताछ की। पुलिस ने आरटीओ से कुछ कागजात भी जब्त किए। बता दें कि एआरटीओ में फैले भ्रष्टाचार और बाबूओं की दबंगई की खबर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने क्ब् जून को पब्लिश की थी। जिसके बाद ये कार्रवाई की गई।

अब गाड़ी मालिक की तलाश

दोनों आरटीओ के बयान को दर्ज करने के बाद चंदौली पुलिस ने उस वाहन (यूपी म्भ् ईटी भ्क्भ्ख्) के बाबत भी पूछताछ की जिससे लखनऊ जाते समय जौनपुर पुलिस ने एआरटीओ को गिरफ्तार किया था। सस्पेंड एआरटीओ इस गाड़ी का अक्सर प्रयोग करता था। पता चला है कि यह इनोवा क्रिस्टा गाड़ी किसी राजनारायण यादव के नाम से रजिस्टर्ड है। इस गाड़ी से लखनऊ भागते समय एआरटीओ ने काफी रुपये रखे थे। पुलिस को गाड़ी मालिक के साथ ही इन रुपयों की भी तलाश है। गाड़ी मालिक के हाथ आते ही कई राज खुल जाएंगे। चंदौली एसपी संतोष सिंह ने बताया कि शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय को जेल में बंद एआरटीओ आरएस यादव पर दर्ज मुकदमों व चल-अचल संपत्तियों के बाबत अब तक जुटाई गई जानकारियों को प्रवर्तन निदेशालय को भेज दिया गया है। वहीं वाराणसी, चंदौली, भदोही में दर्ज मामलों के आधार पर चंदौली पुलिस अब एआरटीओ के खिलाफ गैंगेस्टर लगाने की तैयारी कर रही है। गैंगस्टर लगने पर एआरटीओ के जेल से बाहर निकलने की उम्मीद धूमिल हो जाएगी।