राजू पाल हत्याकांड के आरोपित है बाहुबली पूर्व सांसद अतीक के पूर्व विधायक भाई अशरफ

ALLAHABAD: रात के करीब दो बज रहे थे और पूरा परिवार गहरी नींद में था। इसी में कॉलबेल लगातार बजने लगी तो पूरा परिवार सन्नाटे में आ गया। बाहर निकले तो पता चला कि पूरे घर को पुलिस ने घेर रखा है। यह घर था बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद का और पुलिस पहुंची थी उनके सगे भाई पूर्व विधायक अशरफ को खोजने। संयोग से वह वहां नहीं मिले तो नौकरों और गार्डो से लम्बी पूछताछ हुई।

पुलिस को दो मामले में है तलाश

चकिया में रहने वाले अतीक का घर धूमनगंज थाना क्षेत्र में आता है। तत्कालीन विधायक राजू पाल की हत्या के आरोपी अशरफ की दो अन्य मामलों में धूमनगंज पुलिस को तलाश है। पुलिस के दबाव के बाद भी उन्होंने अभी तक सरेंडर भी नहीं किया है। सीएम के निर्देश पर शुरू हुए गुंडाें को जेल भेजा अभियान के तहत पुलिस अशरफ को पकड़ने के लिए पहुंची थी। पुलिस टीम की अगुवाई एसपी सिटी सिद्धार्थ शंकर मीना कर रहे थे। उनके साथ सीओ डीपी तिवारी के अलावा धूमनगंज व कई थाने की पुलिस फोर्स थी। आधी रात के बाद सुनसान इलाके में अचानक पुलिस का सायरल गूंजने लगा और डोरबेल बजी तो पूर्व सांसद के परिवार के सदस्य सन्नाटे में आ गए। आसपास के लोग भी जाग गए। गेट खुलवाने के बाद पुलिस अधिकारी अंदर पहुंचे। घर पर जो भी मिला उनसे कड़ाई से पूछताछ हुई। गार्ड और नौकर से घंटो विधायक के बारे में पूछताछ हुई। इसके बाद पुलिस ने घर से सटे मकान में रहने वालों से भी विधायक के बारे में पूछा।

विवेचना में सामने आया नाम

इंस्पेक्टर धूमनगंज अरुण कुमार त्यागी ने बताया कि 20 मार्च 2016 को इंडियन आयल गोदाम के पास झलवा रहने वाली जयश्री और उसके बेटे को गोली मारी गई थी। उसके तीसरे बेटे को राइफल की बट से पीटकर गंभीर रूप से जख्मी किया गया था। भुक्तभोगी ने पूर्व सांसद अतीक अहमद और कपिलदेव के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। विवेचना में पूर्व विधायक अशरफ का भी नाम सामने आया। इस मामले में कोर्ट से भी अशरफ के खिलाफ वारंट जारी है। दूसरी घटना छह अगस्त 2016 को ट्रिपलआईटी चौराहे के पास हुई थी। आरोप है कि पूर्व विधायक ने एक शख्स का उसके कार्यालय में घुसकर हाथ पैर तोड़ दिया गया था। उसकी राइफल भी तोड़ दी गई थी। घायल ने अशरफ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

अशरफ दो मामलों में वांछित हैं। एक मामले में उनके खिलाफ कोर्ट से वारंट जारी है। उन्हें गिरफ्तार करने के लिए घर और ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। कोशिश है कि जल्द से जल्द उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाय।

-अरुण कुमार त्यागी

इंस्पेक्टर धूमनगंज