कांट्रैक्टर बसंत सिंह हत्याकांड का अब तक नहीं हो सका है खुलासा

ठेकेदार बसंत सिंह की हत्या 14 अक्टूबर को गोली मारकर कर दी गयी थी। इस मामले में पुलिस ने दो अपराधियों को पकड़कर जेल भेज दिया था। बसंत सिंह की हत्या तो एक बानगी भर है, जो उस ऑफिस के बाहर पहले भी दिखायी जा चुकी है। मतलब कि दस हत्याएं हो चुकी हैं। इस हत्या के पीछे का खेल ही इतना बड़ा है कि इसमें कोई हाथ नहीं डालना चाहता।
रास्ते में आया, तो गया

अपराधियों का खेल अब भी सीपीडब्लूडी में चल रहा है। इसके पीछे का मास्टर माइंड शंभू-मंटू यूपी इलाके में बैठे इस गिरोह को संचालित कर रहा है। जब भी उनके सामने कोई चुनौती देने आता है या फिर उनके रास्ते में रोड़ा बनता है, उन्हें टपका दिया जाता है। अब भी वे कांन्ट्रैक्टर्स से पैसे वसूल करते हैं। आकाओं का फोन आता है और किसी कांट्रैक्टर हो ही रुपए देने का फरमान जारी कर दिया जाता है।
जारी होता है फरमान

पुलिस सोर्सेज की मानें, तो वह इन लोगों के पीछे लगी है, लेकिन अपराधी काफी शातिर हैं। वे कम्यूनिकेशन को लेकर काफी सजग हैं। वे खुद ही अपने सिंडिकेट को फोन करते हैं। सिंडिकेट का कोई मेम्बर उन्हें फोन से संपर्क नहीं करता। ऐसे में पुलिस के लिए परेशानी हो रही है। जिसे मारवाना हो, उसके लिए फरमान जारी कर देना है। रंगदारी और वसूली की सारी रकम पहुंच जाती है। ऐसे में क्राइम तो लगातार हो रहा है.