भाजपा सांसदों की सेंट्रल कमेटी को परसाखेड़ा में रोका गया

डीएम और डीआईजी से मिले संतोष गंगवार सहित अन्य भाजपा सांसद

BAREILLY:

फतेहगंज पश्चिमी बवाल में भाजपा नेताओं की पिटाई और उन्हें जेल भेजने के मामले की जांच के लिए पहुंची बीजेपी के सांसदों की सेंट्रल कमेटी को रास्ते में ही रोक लिया गया। परसाखेड़ा में काफी संख्या में पुलिसकर्मी पहले से ही मौजूद थे और जैसे ही बीजेपी नेताओं की गाडि़यां पहुंची तो उन्हें रोक लिया गया। कमेटी ने आगे जाने के काफी प्रयास किए लेकिन उनकी एक न चली। सभी को पुलिस लाइंस में लाया गया। पुलिस लाइंस के सभी गेट को आम पब्लिक के लिए बंद कर दिया गया था। वहीं बाद में जांच टीम में बरेली आए बुलंदशहर के सांसद भोला सिंह और शाहजहांपुर सांसद कृष्णा राज ने गंगाचरण हॉस्पिटल में घायल नेता अजय जेटली का हाल चाल लिया और जांच रिपोर्ट में उनके बयान दर्ज किए।

भाजपा सांसदों ने जताया विरोध

भाजपा नेताओ का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोककर मामले की जांच नहीं करनी दी। जबकि डीआईजी आर के एस राठौर का कहना है कि नेताओं की सिक्योरिटी और कस्बे के हालात को देखते हुए यह कदम उठाया गया। इससे पहले सैटरडे सुबह क्0.फ्0 बजे केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार डीआईजी आर के एस राठौर और डीएम संजय कुमार से भी मिलने पहुंचे थे। केन्द्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने पुलिस पर पक्षपात करने और मामले को सुलझाने गए बीजेपी लीडर्स की ही पिटाई का आरोप लगाया। वहीं डीआईजी ने मामले में निष्पक्ष कार्रवाई और निर्दोषों को जेल न भेजने का आश्वासन दिया।

विवाद पर गरमाई राजनीति

फतेहगंज पश्चिमी में बवाल शांत हो रहा है लेकिन अब इस पर सियासी पार्टियां राजनीति शुरू कर रही हैं। फतेहगंज पश्चिमी में बवाल की जांच के लिए सपा ने भी नगर अध्यक्ष जफर बेग के नेतृत्व में पांच सदस्यी कमेटी का गठन किया है। जिलाध्यक्ष वीरपाल ने कमेटी का गठन किया है। कमेटी की जांच रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को भेजी जाएगी। वहीं बीजेपी और सपा के बाद अब आईएमसी भी इसमें कूद पड़ी। सैटरडे को आईएमसी प्रवक्ता नफीस खां अपने कार्यकर्ताओं के साथ एसएसपी और डीएम से मिले। उन्होंने बीजेपी पर पूरे मामले में राजनीति करने का आरोप लगाया।