-तीन गांवों में थी तैयारी, न स्वयंभू नेता दिखे न आदिवासी सेना

-सेनेगुटू और सपारूम गांव के सीमाने पर तैयार रखा रहा पत्थर

-पुलिस और सैप के जवानों का छापेमारी अभियान लगातार जारी

आदिवासी सेना कहीं नहीं दिखी
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RANCHI : पत्थलगड़ी समर्थकों द्वारा खूंटी और मुरहू प्रखंड क्षेत्र के तीन गांव सपारूम, सेनेगुटू और पतरागेटू में प्रस्तावित पत्थलगड़ी का कार्यक्रम रविवार को पुलिस की दबिश के कारण रद हो गया। तीनों गांवों में न तो पत्थलगड़ी समर्थक दिखे और न ही कोई भीड़ नजर आई। जो लोग इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले थे, सभी पुलिस की दबिश से गांव से भाग गए हैं। सेनेगुटू और सपारूम गांव के सीमाने पर पत्थर बनकर तैयार दिखा, पर उसकी विधिवत स्थापना करने वाले स्वयंभू नेता और आदिवासी सेना कहीं नहीं दिखी।

सेनेगुटू में पत्थलगड़ी की तैयारी थी पूरी
सेनेगुटे गांव में तो पत्थलगड़ी की सारी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी थीं। पत्थर पर भारत का संविधान भी अंकित किया जा चुका था, बस उसमें रंगरोगन करना बाकी रह गया था। तीनों गांवों में पत्थलगड़ी की रूपरेखा बीते 15 दिनों पहले ही तैयार हो गई थी। इससे पहले 25 जून को घाघरा और उसके सटे और दो गांवों में पत्थलगड़ी की गई थी। इसके बाद इन तीन गांवों में पत्थलगड़ी करने की योजना थी। पर, घाघरा में पत्थलगड़ी समर्थकों द्वारा चार पुलिस कर्मियों को अगवा किये जाने के बाद पुलिस की कार्रवाई से सभी पत्थलगड़ी नेता अंडरग्राउंड हो चुके हैं।

जंगल में छिपे पत्थलगड़ी समर्थक व नेता
पुलिस गांव-गांव में पत्थलगड़ी समर्थकों व नेताओं की गिरफ्तारी के लिए छापामारी कर रही है। पुलिस से बचने के लिए सभी पत्थलगड़ी समर्थक और नेता जंगल में शरण लिए हुए हैं। रविवार को जिन तीन गांवों में पत्थलगड़ी होनी थी, वहां भी जिला पुलिस और रैप के जवानों ने गश्त किया। गांव में न तो ग्रामप्रधान मिले और न ही मुखिया का दर्शन हुआ।

अब नहीं होने देंगे पत्थलगड़ी : एसडीएम

शीघ्र गिरफ्तार होंगे यूसुफ पूर्ति, जान जुनास तिड़ू व बलराम समद

छापामारी का नेतृत्व कर रहे एसडीएम प्रणव कुमार पाल ने जागरण को बताया कि अब किसी भी गांव में पत्थलगड़ी नहीं होने देंगे। जहां भी पत्थलगड़ी हुई है, जिला प्रशासन उसमें विकास योजनाओं को अंकित करेगा। इसके साथ ही गांव-गांव में ग्रामप्रधान, पड़हा राजा और आम लोगों से संवाद स्थापित कर विकास योजनाओं में तेजी लाई जाएगी। पत्थलगड़ी वाले गांवों में जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याओं का हल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पत्थलगड़ी करने वाले नेता यूसुफ पूर्ति, जॉन जुनास तिड़ू, बलराम समद जैसे लोगों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। ये लोग ग्रामीणों को भारत के संविधान की गलत व्याख्या कर सरकार के खिलाफ भड़का रहे हैं। जिला प्रशासन ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की तैयारी कर चुका है।