--झारखंड बंद के दौरान उत्पात मचाया तो सख्त कार्रवाई

-ड्रोन से होगी निगरानी, अश्रु गैस और पानी की बौछार का होगा उपयोग

-झारखंड पुलिस ने तीन कंपनी रैपिड एक्शन पुलिस को भी उतारा

-4000 अतिरिक्त सशस्त्र बल के अलावा 3700 होमगार्ड भी तैनात

रांची : शुक्रवार को आदिवासी संघर्ष मोर्चा के बैनर तले 43 संगठनों द्वारा बुलाए गए झारखंड बंद को लेकर प्रशासन चौकस है और उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बंद को लेकर 4000 सशस्त्र पुलिस, 3700 होमगार्ड और पुलिस मुख्यालय, विशेष शाखा, सीआइडी में तैनात 200 पुलिस कर्मियों को भी अलग-अलग जिलों में भेजा गया है। ऐसा पहली बार देखा जा रहा है कि मुख्यालयों में तैनात पुलिसकर्मियों को भी विधि-व्यवस्था कायम रखने के लिए जिलों में प्रतिनियुक्त किया गया है। पूरे घटनाक्रम पर नजर रखने के लिए सभी जिलों में कंट्रोल रूम कार्य करेगा। वहीं पुलिस मुख्यालय में भी विशेष कंट्रोल रूम बनाया गया है।

आगजनी-तोड़फोड़ पर एक्शन

बंद को लेकर आईजी अभियान सह पुलिस प्रवक्ता एमएस भाटिया ने कहा कि आदिवासी संगठनों के बंद के दौरान उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई होगी। आगजनी और तोड़फोड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। 14 जिलों को संवेदनशील माना गया है। केंद्र से दो कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स की मिली है। इसके अलावा करीब 9000 अतिरिक्त फोर्स की तैनाती जिलों में की गई है। हर जिले में वीडियोग्राफी कराने का निर्देश दिया गया है। ड्रोन भी लगाए जाएंगे। विपरीत परिस्थिति में आंसू गैस, पानी की बौछार, लाठीचार्ज पुलिस प्रशासन द्वारा किया जा सकता है। बंद पूर्व निरोधात्मक कार्रवाई के लिए डीसी-एसपी को कहा गया है। वे जरूरत के मुताबिक संबंधित लोगों पर कार्रवाई करेंगे।

हाई कोर्ट के आदेश का होगा पालन

आईजी ने कहा कि बंद के दौरान आगजनी और तोड़फोड़ कर सरकारी और गैर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले संगठनों के खिलाफ निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी। जितनी संपत्ति का नुकसान होगा उसकी भरपाई उन संगठनों से कराई जाएगी।

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आदिवासी संघर्ष मोर्चा ने निकाला मशाल जुलूस

सीएनटी-एसपीटी संशोधन विधेयक का विरोध

रांची : सीएनटी-एसपीटी एक्ट संशोधन विधेयक के विरोध में दो दिसंबर को आहूत झारखंड बंद को लेकर गुरुवार को झारखंड आदिवासी संघर्ष मोर्चा ने मशाल जुलूस निकाला। जुलूस जयपाल सिंह स्टेडियम से निकलकर अलबर्ट एक्का चौक गया और कचहरी चौक पर प्रदर्शनकारियों ने सभा की। मोर्चा के संयोजक डॉ। करमा उरांव, प्रवक्ता प्रेमशाही मुंडा, पूर्व मंत्री देवकुमार धान व आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के राजू महतो सहित छात्र मोर्चा के कमलेश राम ने संयुक्त रूप से कहा कि संशोधन बिल को रद करने के लिए झारखंड बंद का बुलाया गया है। कहा कि झारखंड बंद में सभी दुकानदार संघ, एसोसिएशन, बस एसोसिएशन, व्यापारियों, स्कूलों, ऑटो चालकों से सहयोग की अपील की गई है। बंद से स्वास्थ्य सेवा को मुक्त रखा गया है।

बंद को इन संगठनों का है समर्थन :

- सोसाइटी ऑफ ट्राइबल एंड इंफोर्समेंट ऑफ ट्राइबल राइट्स, राजी पाड़हा प्रार्थना सभा, आदिवासी सरना महासभा, आदिवासी छात्र संघ, आदिवासी जन परिषद, आदिवासी सेना, भारत मुंडा समाज, आदिवासी लोहरा समाज, आदिवासी युवा संगठन, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद, अखिल भारतीय आदिवासी धर्म परिषद सहित अन्य संगठन।

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