पिता की रिहाई के बाद भी जेल में दोस्त से मिलने जाती थी शालू

घटनास्थल पर बाइक सवार का नहीं मिला था कोई फुटेज

Meerut। पुलिस के मुताबिक अपने दोस्त को जेल से छुड़ाने के लिए एथलीट शालू ने फर्जी एसिड अटैक की कहानी रची थी। इसके लिए उसने अपनी सहेली को भी साथ लिया था। पुलिस के मुताबिक शालू हल्की क्वालिटी का तेजाब लाई। उसे जमीन पर डालकर खुद उसके ऊपर लेट गई थी। इसके बाद थोड़ा सा तेजाब अपनी सहेली के हाथ में गिरा दिया। जिससे उसका भी हाथ झुलस गया थ्ा।

सीन 1- जेल में बनाई प्लानिंग

पुलिस के मुताबिक शालू लगातार अपने दोस्त से मिलने जेल मे जाती थी।

जेल में ही शालू ने अपने दोस्त राजीव खारी के साथ मिलकर फर्जी एसिड अटैक की कहानी गढ़ी थी।

प्लानिंग थी कि गैंगरेप से पीडि़त महिला के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज हो जाए। जिससे क्रॉस केस बन जाए।

इसके बाद गैंगरेप के मामले में समझौता होकर उसका ब्याय फ्रैंड जेल से छूट जाए।

सीन 2- सहेली को बनाया गवाह

शालू ने अपनी फर्जी कहानी को सच साबित करने के लिए दोस्त गरिमा को भी साथ्ले लिया।

शालू के मुताबिक एसिड अटैक की कहानी में गरिमा मजबूत गवाह बन जाती।

लिसाड़ी गेट निवासी व हत्या में नामजद भूरे ने शालू को तेजाब उपलब्ध कराया था।

सीन 3- पिता रिहा, फिर भी जाती थी जेल

शालू के पिता की रिहाई मई में हो गई थी, इसके बाद भी वह दोस्त राजीव खारी से मिलने जेल जाती थी।

पुलिस को जेल से शालू की मिलाई का रिकार्ड मिला।

जिस समय की यह घटना बताई गई। इसके एक घंटे पहले व बाद की सीसीटीवी फुटेज में कोई भी बाइक सवार नहीं मिला।

पुलिस ने सारे सबूत शालू के सामने रखे तो वह टूट गई उसने बताया कि वह खुद तेजाब पर लेटी थी।

सीन 4- 150 लोगों ने दी गवाही

एसिड अटैक के मामले में ग्राम प्रधान समेत 150 लोगों ने विजय के समर्थन में गवाही दी थी।

ग्रामीणों के मुताबिक बुधवार सुबह पांच बजे से सात बजे तक विजय खेत में गन्ने छील रहा था।

ग्रामीणों के खुलासे के बाद पुलिस ने जांच की दिशा बदल दी थी, जिसके बाद सच्चाई सामने आ गई।

शालू और उसकी दोस्त गरिमा, तेजाब उपलब्ध कराने वाला भूरा समेत चार लोगों पर 182 के तहत कार्रवाई की जाएगी।

मंजिल सैनी, एसएसपी