-होम डिपार्टमेंट की पांच मेंबर्स की टीम स्टडी करने जाएगी सिंगापुर

- हाईटेक और माडर्न पुलिसिंग में नम्बर वन है सिंगापुर की पुलिस

- प्रदेश के 16 शहरों में लागू होना है इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम

LUCKNOW: मॉडर्न पुलिसिंग का पाठ सीखने होम डिपार्टमेंट की एक टीम अगले महीने सिंगापुर जाएगी। यह टीम सिंगापुर में पुलिसिंग के तौर तरीके, सीसीटीवी का सही इस्तेमाल और ट्रैफिक मैनेजमेंट के बारे में स्टडी करेंगे। इसके लिए प्रपोजल तैयार कर शासन को भेजा गया है। सिंगापुर के अलावा यह टीएम यूएसए के कुछ शहरों का भी दौरा कर सकती है।

सीखेंगे मॉडर्न पुलिसिंग के तौर तरीके

प्रिंसिपल सेक्रेटरी होम देबाशीष पण्डा ने बताया कि यह टीम सिंगापुर की पुलिसिंग के तौर तरीकों का अध्ययन करेगी। उन्होंने बताया कि सिंगापुर को इस लिए चुना गया है क्योंकि माडर्न पुलिसिंग के मामले में वह सबसे बेहतर जगह है। हालांकि सिंगापुर के अलावा यूएसए के दो-तीन शहर भी पुलिसिंग के मामले में हाईटेक है। लेकिन सिंगापुर में जिस तरह से सीसीटीवी कैमरों का अच्छा इस्तेमाल होता है और उससे ट्रैफिक को कंट्रोल किया जाता है शायद वैसा दूसरे शहरों में नहीं है। उन्होंने बताया कि इस टुअर का उद्देश्य यूपी में पुलिसिंग के साथ ट्रैफिक को और बेहतर करना है।

पांच सदस्यों की टीम जाएगी सिंगापुर

प्रपोजल के मुताबिक गृह विभाग की टीम में पांच लोगों को शामिल किया गया है। यह टीम गृह विभाग के एडवाइजर वेंकट चंगावल्ली के अलावा प्रिंसिपल सेक्रेटरी होम देबाशीष पण्डा, एडीजी ट्रैफिक अनिल कुमार अग्रवाल, आईजी एसटीएफ सुजीत पाण्डेय और सेक्रेटरी टू होम कमल सक्सेना शामिल होंगे।

न्यूजीलैंड पुलिस ने की थी सराहना

हाल ही में न्यूजीलैंड पुलिस की एक टीम लखनऊ आयी थी और उसने सर्विलांस कंट्रोल रूम का दौरा भी किया था। वहां आने वाली फीड्स और उसकी क्वालिटी की सराहना की थी। इसके अलावा टीम ने वीमेन पावर लाइन क्090 का भी दौरा किया था और वहां महिलाओं को की जाने वाली हेल्प की भी तारीफ की थी।

इंटीग्रेटेड ट्रैफिक सिस्टम की भी होगी स्टडी

सिंगापुर टुअर के दौरान इंटीग्रेटेड ट्रैफिक सिस्टम पर भी स्टडी की जाएगी। यह योजना प्रदेश के क्म् शहरों में लागू होनी है। इसके तहत ट्रैफिक रूल का वायलेशन करने वालों का चालान सीधे घर पहुंचेगा वह भी फोटो के साथ। इसे दिसम्बर तक प्रदेश में लागू करने की योजना है। इससे ना सिर्फ ट्रैफिक सिस्टम में सुधार होगा बल्कि आम और खास दोनों के लिए एक्शन एक जैसा होगा।

क्या है सिंगापुर पुलिसिंग की खासियत

- चालान जमा करने के लिए आनलाइन पेमेंट की व्यवस्था

- कॉरीडोर मैनेजमेंट से स्मूथ ड्राइविंग

- ऑटोमेटिक ट्रैफिक कंट्रोल

- ट्रैफिक वायलेशन पर चालान सीधे घर पहुंचना

- तीन बार से अधिक चालान होने पर ऑटोमेटिक लाइसेंस कैंसिल हो जाना

इन क्म् शहरों में लागू होगी व्यवस्था

दिसम्बर महीने तक प्रदेश के क्म् बड़े शहरों में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू होना है। इसकी शुरूआत लखनऊ से होगी। बाकी दूसरे शहरों में आगरा, वाराणसी, इलाहाबाद, कानपुर, गोरखपुर, बरेली, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा, फैजाबाद, आजमगढ़, झांसी, मुरादाबाद, अलीगढ़ और सहारनपुर को शामिल किया जाएगा।

मई के आखिर में सिंगापुर का दौरा प्रस्तावित है जिसमें सलाहकार वेंकट चंगावल्ली के अलावा मैं चार अन्य लोग सिंगापुर जाएंगे और वहां की पुलिसिंग के साथ ट्रैफिक मैनेजमेंट पर भी स्टडी करेंगे। हालंाकि यह प्रपोजल अभी फाइनल नहीं हुआ है।

देबाशीष पण्डा

प्रिंसिपल सेक्रेटरी, होम