- पुलिस ने कसा अपना सूचना तंत्र
- समर्पण को लेकर सक्रिय पुलिस
आगरा। विविकर्मी सतेंद्र हत्याकांड को नौ दिन बीत चुके हैं लेकिन पुलिस हत्यारोपी को पकड़ नहीं पाई है। पुलिस ने मैनपुरी जाकर उसके घर दबिश दी लेकिन वह पहले ही फरार हो गया। घर में मात्र महिलाएं और बच्चे ही मिले। पुलिस ने वहां के रास्तों पर नजर रखनी शुरू कर दी लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। वह कहां गायब हो गया किसी को कुछ भी पता नहीं। अब उसे समर्पण की चर्चा ने पुलिस के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है।
नौ दिन बीत गए हत्या को
ग्यासपुरा निवासी विविकर्मी सतेंद्र की पालीवाल पार्क में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मैनपुरी कॉलेज संचालक ओमेंद्र का नाम निकल कर आया। परिजनों ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस की विवेचना में नाम प्रकाश में आया। पुलिस ने उसे विवेचना में शामिल कर उसकी तलाश शुरू कर दी।
मैनपुरी की खाक छान रही पुलिस
मामले का खुलासा होते ही पुलिस टीम मैनपुरी रवाना हो गई। ओमेंद्र के घर पर पुलिस को महिला व बच्चे के अलावा कोई नहीं मिला। वह घटना वाले दिन की रात से ही गायब है। पुलिस ने उसकी तलाश के लिए कई जगहों पर दबिश दी लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इधर विवि कर्मचारी इस मामले में उसकी गिरफ्तारी के लिए पूरा दबाव बनाए हुए हैं।
समर्पण की संभावना पर सतर्क पुलिस
इधर उसके न मिलने पर पुलिस की सिरदर्दी बढ़ी हुई है। वह कहां गया किसी को कुछ पता नहीं। वह पूरी तरह से भूमिगत हो चुका है। इस मामले में उसके समर्पण की चर्चा भी चल रही है। पहले भी कई मामलों में हत्यारोपियों ने गिरफ्तारी से पूर्व समर्पण कर पुलिस का नाम खराब किया है। शुरुआत में पुलिस का सूचना तंत्र काम ही नहीं कर पाया।
इस बार भी पुलिस बिछाएगी जाल
ओमेंद्र के समर्पण की बात पर पुलिस पूरी तरह से अलर्ट हो गई। पुलिस ने अपना सूचना तंत्र मजबूत कर लिया है। पुलिस उसे गिरफ्तार कर पेश करना चाहती है। लेकिन वह पुलिस के हाथ आता है या नहीं यह देखने वाली बात होगी। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने दीवानी के चप्पे-चप्पे पर नजर रखनी शुरू कर दी है। पुलिस का खुफिया तंत्र पूरी तरह से हत्यारोपी के लिए जाल बिछाकर बैठा है।