- 89 परसेंट कैंडिडेट्स ने दी परीक्षा, कड़ी सुरक्षा में हुई परीक्षा

-आसान सवालों से खिले चेहरे, शहर में ट्रांसपोर्ट को लेकर हुई मुसीबत

BAREILLY: मंडे को आयोजित पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान शहर में कैंडिडेट्स का सैलाब उमड़ पड़ा। दोनों पालियों में 26494 कैंडिडेट्स एग्जाम देने पहुंचे। जबकि, 11 परसेंट कैंडिडेट्स अब्सेंट रहे। दो पाली में आयोजित परीक्षा के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई। सख्त चेकिंग के बाद ही सेंटर्स के अंदर कैंडिडेट्स को एंट्री दी गई। चेकिंग के दौरान मामूली नोकझोंक की बातें भी सामने आई, लेकिन परीक्षा शांतिपूर्ण आयोजित हुई। जहां एक ओर सरल क्वेश्चन पेपर्स से कैंडिडेट्स के चेहरे खिले लेकिन यातायात की साधन न मिलने की वजह से उन्हें रोना आ गया। रोडवेज की ओर से एक्स्ट्रा बसों का इंतजाम नहीं किया गया, जिसका फायदा डग्गामार वाहनों ने उठाया। पिकअप, प्राइवेट बस, ऑटो, टेंपो सभी ने दो गुने से 10 गुने तक अधिक किराया वसूला। ट्यूजडे को ट्रांसपोर्ट में दिक्कत न हो, इसके लिए एसएसपी ने रोडवेज के अधिकारियों से एक्स्ट्रा बसें चलाने के लिए कहा है।

प्रेजेंट कैंडिडेट्स

89 परसेंट कैंडिडेट्स प्रेजेंट हुए

11 परसेंट कैंडिडेट्स नहीं पहुंचे

फ‌र्स्ट पाली-13262,

सेकंड पाली-13232

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हाई मेरिट की टेंशन

पुलिस भर्ती एग्जाम कैंडिडेट्स के लिए काफी हद तक आसान रहा। कैंडिडेट्स के चेहरे पर एक तरफ अच्छे एग्जाम की खुशी तो वहीं दूसरे उनके चेहरे पर एक टेंशन भी दिखाई दे रही थी। कैंडिडेट्स का कहना है कि एग्जाम तो सिम्पल आया था लेकिन अब मेरिट के बारे में सोच कर डर लग रहा है। जितना सिम्पल एग्जाम था उतनी ही हाई मेरिट भी जाएगी।

कुछ इस तरह के पूछे गए थे सवाल

-मुंशी प्रेमचंद्र का जन्म कहां हुआ था

-राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भारत में कब स्थापित हुआ था

-उत्तर प्रदेश का राजकीय फूल क्या है

-हिमालय का तीसरा सबसे बड़ा शिखर क्या है

-प्रसिद्ध सूफी संत शेख सलीम चिश्ती की दरगाह उत्तर प्रदेश में कहां स्थित है

-हॉकी दिग्गज मेजर ध्यानचंद का जन्म कहां हुआ था

-उत्तर प्रदेश के किस शहर को पूर्व का ग्रास के नाम से जाना जाता है

-भारत और पाकिस्तान के बीच कितनी पार-सीमा ट्रेन चलती है

-हाल में ही एक वैश्विक डाटा चोरी अपराध में किस कंपनी का नाम आया था

-गोदावरी नदी का उद्गम स्थल किस राज्य में है

पूरे रास्ते की एग्जाम की तैयारी

एग्जाम देने के लिए रात को ही घर से चल दिया था। एग्जाम की बहुत टेंशन हो रही थी समझ नही आ रहा था कि क्या पढ़े और क्या नहीं, इसलिए पूरे रास्ते सिर्फ पढ़ाई ही करता आया हूं, लेकिन एग्जाम उम्मीद से अच्छा हुआ।

- पवन गुप्ता

पता नहीं मेरिट कितनी जाएगी

पेपर तो एक तरह से पूरा ही सॉल्व करके आया हूं। अब पता नहीं मेरिट कितनी जाती है। हो भी पाएगा या नहीं कुछ समझ नहीं आ रहा है। वन फोर्थ की निगेटिव मार्किंग भी है।

- योगेंद्र सिंह

कोई भी क्वेश्चन छोड़ने लायक नहीं था

घर से सोच कर आया था वन फोर्थ निगेटिव मार्किंग है, जो आंसर ठीक होगा वहीं करूंगा, लेकिन जब पेपर देखा तो लगा कि कोई भी क्वेश्चन छूटेगा ही नहीं, लेकिन फिर भी सभी नहीं हो पाए।

- आलोक कुमार

थोड़ा सा समय कम पड़ा

पेपर अच्छा था सॉल्व करने में कोई भी दिक्कत नहीं आ रही थी। बस थोड़ा सा समय कम पड़ गया। वरना एग्जाम में तो कोई भी समस्या नहीं थी।

- कुलदीप

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एग्जाम देने कैंडिडेट्स को सवारी के लिए दिक्कत का सामना करना पड़ा। एक तरफ जहां ईद मनाकर वापस लौटने वालों की भीड़ से रोडवेज बसें और ट्रेनें फुल थी तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस भर्ती एग्जाम देने जाने वालों की भीड़ थी। इसका फायदा डग्गामार वाहन ड्राइवरों ने जमकर उठाया। वहीं शहर में भी चलने वाले ऑटो ड्राइवर्स ने दो किलोमीटर जाने के भी एक सवारी से पचास रुपए तक की वसूली की। पिकअप वाहन में 22 से 35 सवारी तक बैठाकर भी कैंडिडेट्स की जान जोखिम में डाली।

बिना एक्स्ट्रा कोच के चली ट्रेनें

बरेली जंक्शन पर मंडे को काफी अफरा-तफरी का माहौल रहा। रेलवे की ओर से पहले से कोई तैयारी नहीं थी। जिस कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कैंडिडेट्स की भीड़ जुटने की पहले से जानकारी होने के बावजूद भी न तो एक्स्ट्रा कोच के साथ ट्रेनों को चलाया गया और न ही स्पेशल ट्रेनें चलाई गई। ऊपर से ट्रेनों की लेटलतीफी से मुश्किलें और बढ़ गई। लिहाजा, भीड़ इतनी रही कि कोच में पैर रखने तक की जगह नहीं थी। टिकट काउंटर भी लोगों की लम्बी लाइन लगी रही।

जाम से जूझती रही बरेली

भर्ती परीक्षा के चलते दिन भर पब्लिक जाम से परेशान होती रही। फ‌र्स्ट पाली में एग्जाम छूटने के बाद चौपुला चौराहा पर लंबा जाम लग गया। एसएसपी के निर्देश पर करीब तीन घंटे बाद ट्रैफिक नॉर्मल हो सका। यहां ड्यूटी में लगे कई कॉन्स्टेबल आराम फरमाते रहे और पब्लिक ने टोका तो उनसे मिसबिहैव भी किया। वहीं सेकंड पाली में एग्जाम छूटने के बाद फिर से जाम लग गया। इस पर सैटेलाइट चौक भी पूरी तरह से जाम हो गया। कड़ी मशक्कत के बाद हालात सामान्य हो सके। शहर के अंदर भी जाम की स्थिति उत्पन्न रही।

फैमिली और महिलाओं को हुई दिक्कत

ट्रेन में अधिक भीड़ होने पर पब्लिक रोडवेज बस अड्डा पर पहुंच रही थी। लेकिन रोडवेज बसों की भी हालत खराब थी। काफी देर तक सेटेलाइट बस अड्डा पर बस ही नहीं मिल रही थी। बस आकर खड़ी हो पाती थी तब तक सवारी फुल हो जाती थी। जिससे बस तुरंत चली जाती थी। इससे सबसे अधिक समस्या महिलाओं को हुई। उन्हें बस में खड़े होकर सफर करना पड़ा। वहीं जो लोग ईद से वापस परिवार के साथ लौट रहे थे उन्हें भी सवारी के लिए मशक्कत करनी पड़ी।

प्राइवेट बसों में वसूला गया किराया

डिस्ट्रिक्ट किराया वसूला

फर्रूखाबाद 126 250

बरेली मोड 70 150

शाहजहांपुर 94 160

कन्नौज 190 300

जलालाबाद 78 150

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रोडवेज पर नहीं मिली बस

शहर में पुलिस भर्ती एग्जाम के लिए रात को ही आ गई, सुबह को पेपर सूरजभान डिग्री कॉलेज में था, ऑटो वाले ने 100 रुपए लिए बताया कि बहुत दूर है। अब पेपर देकर आई हूं तो रोडवेज बस में जगह ही नहीं मिल रही है। काफी देर से बस अड्डा पर खड़ी हूं।

पूजा, फर्रूखाबाद

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पुलिस भर्ती एग्जाम के लिए प्रशासन ने पहले से वाहनों को इंतजाम नहीं किया। जिससे अभ्यर्थी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जो महिलाएं पेपर देने के लिए आई है, वह बस की भीड़ को देखकर बस में एंट्री ही नहीं कर पा रही है।

किरन, जलालाबाद

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पुलिस के सामने ऑटो वाले मनमानी वसूली कर रहे हैं, लेकिन पुलिस इसके बाद भी कुछ नहीं कर रही है। कम से कम पुलिस को सामने मनमानी करने पर तो रोक लगानी चाहिए। इसके साथ ही पुलिस चौकी के पास से डग्गामार वाहन भी सवारी भर रहे हैं कोई रोक तक नहीं है।

रवि गुप्ता, कन्नौज

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एग्जाम सेंटर सिविल लाइंस एसवी इंटर कॉलेज में था। सेंटर पर तो कोई प्रॉब्लम नहीं हुई लेकिन सवारी की सबसे अधिक दिक्कत है। ट्रेने तो फुल है, और किराया देने के बाद भी रोडवेज बसे ही नहीं मिल रही तो सीट की बात कहा करूं। 15 मिनट हो गए कन्नौज की बस ही नहीं है।

शहनवाज, कन्नौज

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लोकल बसों को जरूरत के मुताबिक रूट चेंज कर दिया गया है, बसों के फेरे भी बढ़ाए गए है। फिलहाल सवारियों को कोई दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।

राजीव चौहान, आरएम