-करीब दो हजार से ज्यादा नंबरों का रिकॉर्ड खंगाल रही पुलिस

-परिजन अब सीबीआई जांच के लिए भेजेंगे शासन को पत्र

MEERUT। इंजीनियर अंकित चौहान हत्याकांड की गुत्थी सुलझने की जगह और उलझती जा रही है। पुलिस अब कातिलों का सुराग डम्प डाटा में खंगाल रही है। वारदात के समय घटनास्थल और उसके आसपास चलाए गए हजारों नंबरों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है ताकि केस से जुड़ा कोई छोटा सा सुराग हाथ लग सके।

गोली मारकर की हत्या

मेरठ के कंकरखेड़ा स्थित शास्त्री कालोनी निवासी अंकित चौहान नोएडा की एक कंपनी में इंजीनियर थे। इनकी क्ख् अप्रैल को नोएडा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वारदात के दौरान अंकित का दोस्त गगन भी उसके साथ था। क्राइम ब्रांच नोएडा और मेरठ पुलिस लगातार इस प्रकरण में गगन और अंकित के ममेरे भाई अभिषेक से पूछताछ की, लेकिन अभी तक हत्याकांड का खुलासा नहीं हो सका। हर बिंदु पर फेल होने के बाद पुलिस अब डम्प डाटा यानी घटनास्थल पर वारदात के समय चले सभी मोबाइल का डाटा खंगाल रही है। क्राइम ब्रांच और सर्विलांस टीम के पास करीब दो हजार मोबाइल जांच के दायरे में लिए हैं। इसके अलावा अंकित के मोबाइल की पिछले दिनों की लोकेशन का भी ब्यौरा जुटाया जा रहा है। पुलिस ये मानकर चल रही है कि अंकित की रेकी की गई होगी तो संभव है कि कोई नंबर लगातार अंकित की मोबाइल की लोकेशन के साथ रहा होगा। इसी थ्यौरी पर पुलिस अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है। पुलिस सूत्रों की मानें तो कुछ नंबर को चिन्हित भी किया गया है, लेकिन आला अधिकारी इस प्रकरण में जांच किए जाने का हवाला दे रहे हैं।

सीबीआई जांच की मांग

अंकित चौहान के पिता धर्मवीर चौहान ने कहा कि लगाता है केस का खुलासा पुलिस के बस की बात नहीं है। ऐसे में सीबीआई जांच के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भेजेंगे। दो दिन बाद आईजी से आखिरी मुलाकात करेंगे और इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।

वारदात के समय घटनास्थल या उसके आसपास जो भी मोबाइल की लोकेशन थी, उन्हें खंगाला जा रहा है। अन्य बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है।

रमित शर्मा, डीआईजी मेरठ।