सिगरा से हुए arrest

इस गिरफ्तारी के बाद एसएसपी राजेश डी मोदक ने मंगलवार को पुलिस लाइन संगोष्ठी सदन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि सभी बदमाशों को सिगरा के जल विहार कॉलोनी के पास से मुठभेड़ के बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने पकड़ा। इनमें गैंग के सरगना समेत छह बदमाश शामिल हैं। इनकी निशानदेही पर पुलिस ने असलहे, कारतूस, वाहन समेत कई अन्य सामान बरामद किए हैं। एसएसपी के मुताबिक गिरोह का सरगना अजय यादव मंडुवाडीह के चांदपुर का रहने वाला है। मंडुवाडीह थाने में इसके खिलाफ नौ मुकदमें हैं। एक केस में अजय यादव को चार साल की सजा हुई थी। 2011 में जेल से बाहर आने के बाद उसने नखड़ू उर्फ अरुण कुमार, बसपा नेता के बेटे कुंवर अमित उर्फ सोनू, धीरज पाल, सन्नी सोनकर और विशाल राय समेत कई अन्य बदमाशों के साथ गिरोह बनाया और लूट की घटनाओं को अंजाम देने लगा।

सब के सब हैं शातिर

गिरफ्तार बदमाशों में अरुण चौहान पर आठ, कुंवर अमित उर्फ सोनू के खिलाफ छह मुकदमें दर्ज हैं जबकि धीरज, सन्नी और विशाल का क्राइम रिकॉर्ड नहीं मिल पाया है। एसएसपी के मुताबिक शिवपुर व कैंट एरिया में तीन एटीएम्स में हुई लूट के बाद एडीजी और डीआईजी के निर्देश पर एसपी क्राइम कमलेश दीक्षित के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया था। इस टीम के साथ सिगरा व फूलपुर थाने की टीमें भी शामिल थीं। इस दौरान सर्विलांस के जरिए टीम को पता चला कि वेपंस से लैस कुछ बदमाश किसी घटना को अंजाम देने के लिए जल विहार कॉलोनी के पास आने वाले है। क्लू मिलते ही टीम ने जाल फैलाया और छह बदमाश पकड़े गए।

तलाशी में मिले हाईटेक वेपंस

पकड़े गए बदमाशों की जब पुलिस ने तलाशी ली तो उसके होश उड़ गए। तलाशी में बदमाशों के पास से नये हाईटेक असलहे मिले। इसके बाद इनसे हुई पूछताछ में जानकारी मिली कि बरामद असलहे इन बदमाशों ने जौनपुर में एक गन शॉप से नौ नवंबर को चुराए थे। गिरफ्तार कुंवर अमित उर्फ सोनू निवासी रनिया महाल तेलियाबाग बसपा नेता बाबू उर्फ पप्पू सिंह का बेटा है। हत्या के मामले में अपने पिता-भाई व गनर के साथ जेल जा चुका है। गिरोह से इस समय दो दर्जन से अधिक लड़के जुड़े हैं। सभी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। एसएसपी के मुताबिक पकड़े गए बदमाश मंगलवार को लखनऊ वाराणसी मार्ग पर एक लग्जरी बस को लूटने के अलावा चंदौली के एक एक्स एमएलसी के इशारे पर एक प्रॉपर्टी डीलर की हत्या करने वाले थे।

 

गुड वर्क पर ष्ठत्रक्क ने खोला खजाना

बनारस पुलिस और क्राइम ब्रांच की इस उपलब्धि पर डीजीपी देवराज नागर ने भी खजाना खोल दिया। उन्होंने फोन पर टीम को बधाई दी और पचास हजार रुपये ईनाम देने की घोषणा की। इसके अलावा एडीजी/आईजी जीएल मीना ने पंद्रह, डीआइजी ए सतीश गणेश ने बारह और एसएसपी राजेश डी मोदक ने पांच हजार रुपये पुरस्कार अपनी ओर से दिए।

ये है गैंग की कारस्तानी

- जौनपुर में गन शॉप से छह रिवाल्वर व कारतूस चुराए थे।

- बनारस में तीन और चंदौली के एक एटीएम को बनाया था निशाना।

- शिवपुर में स्टांप विक्रेता को चाकू मारकर की थी लाखों की लूट।

- गाजीपुर और फूलपुर में पेट्रोल पंप से एक लाख रुपये लूटे थे।

- कैंट, रोहनिया, चेतगंज, चोलापुर, फूलपुर से सात बाइक्स लूटीं।

- विभिन्न जिलों में एक दर्जन ट्रक लूटे, थानों में रिपोर्ट ही नहीं लिखी गई।

बरामदगी भी लंबी

- वेबले एंड स्काट की दो, कोल्ट की एक और कानपुर आर्डिनेंस फैक्टरी मेड तीन रिवाल्वर के साथ मुंगेर निर्मित पिस्टल बरामद।

- .32 बोर के 208 कारतूस, इसी बोर के पिस्टल के 42 व 315 बोर के रायफल के 75 कारतूस मिले।

- दो लग्जरी व्हीकल्स, पांच बाइक्स, तीन एटीएम काड्र्स, एक पासबुक, चेकबुक, 17 मोबाइल फोन्स व 35 हजार रुपये कैश।