31 जुलाई को स्कूल जाते वक्त स्कूल के वाइस प्रिंसिपल पर हमला करने वाले गिरफ्तार

ALLAHABAD: कीडगंज में चिरंजीव नर्सिग होम के समीप 31 जुलाई को सेंट जांस स्कूल के वाइस प्रिंसिपल पर ताबड़तोड़ फायरिंग का कारण एक की सफलता और दूसरे की असफलता थी। सफलता पाने वाले ने पीए से वाइस प्रिंसिपल बनने का सफर पूरा कर लिया और दूसरा बाबू ही रह गया। वाइस प्रिंसिपल बनने के बाद पीए का एटीट्यूट चेंज होना बाबू को इस कदर अखर गया कि उसने हत्या कराने की साजिश रच दी। संयोग अच्छा था कि वाइस प्रिंसिपल बच गए। बुधवार को पुलिस ने यह खुलासा घटना में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद किया।

स्कूल जाते वक्त हुआ था हमला

वाइस प्रिंसिपल मेहरनोश फ्रेमजी पर हमला घर से स्कूल जाते वक्त सुबह छह बजे किया गया था। नर्सिग होम के निकट पहुंचते ही कावरिया वेशधारी युवक ने उन पर फायर झोंक दिया। घायल वाइस प्रिंसिपल को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। उनकी मां ने जमीन के विवाद का मामला बताते हुए रिलेटिव के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज करा दी थी। पुलिस लाइन सभागार में पकड़े गए सनाउल्ला उर्फ रानू निवासी मछली बाजार कर्नलगंज व अमित गौड़ निवासी प्रीतम नगर थाना धूमनगंज को पुलिस ने मीडिया के सामने पेश किया।

काम भी कम हो गया था बाबू के पास

अमित गौड़ ने बताया कि वह सेंट जानसन स्कूल में बाबू के पद पर नौकरी करता था। मेहरनोश फ्रेमजी उससे जूनियर था और प्रिंसिपल के पीए का काम देखता था। स्कूल प्रबंधन ने उसके काम से खुश होकर काम अमित से लेकर मेहरनोश को दे दिया। इससे दोनों की सैलरी का गैप भी बढ़ता चला गया। इन दिनो मेहरनोश को प्रमोट करके स्कूल का वाइस प्रिंसिपल बना दिया गया। अमित के अनुसार जब भी मौका मिलता मेहरनोश उसे जलील करता था। स्कूल स्टाफ के सामने डांटना और बेइज्जत करना रोज की बात हो गई थी। इससे सब्र का बांध टूट गया और उसने बेइज्जती का बदला लेने के लिए मोहल्ले के रहने वाले अरशद उर्फ बाबू से सम्पर्क किया। बाबू ने अपने दोस्त सनाउल्ला उर्फ रानू को सम्पर्क कर उससे भी इस घटना में शामिल कर लिया।

कई दिनों तक की रेकी

पूछताछ में पुलिस के पता चला कि घटना से कुछ दिन पहले अमित ने रानू के साथ मिलकर वाइस प्रिंसिपल मेहरनोश फ्रेमजी की रेकी की। वह कब स्कूल जाते, और कब आते है। उनके साथ कोई रहता है या फिर अकेले आते जाते है? इसकी डिटेल जुटाई। इसके बाद अमित ने 31 जुलाई को वाइस प्रिंसिपल हमले का प्रोग्राम बनाया और छह बजे वह प्रिंसिपल के आवास नवाब युसूफ रोड पहुंच गया। उनके घर से निकलते ही अमित, रानू और अरशद ने बाइक से कावरिए के वेश उनका पीछा शुरू कर दिया। बता दें कि कीडगंज पुलिस ने इस मामले में मां शालिनी की तहरीर पर परिवार के कुछ लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराते हुए जमीनी विवाद बताया था।

जांच में मिले साक्ष्य ठोस हैं। इसी के चलते नामजद रिपोर्ट को इग्नोर करके पुलिस ने काम किया। पूरी घटना का खुलासा कर दिया गया है। एक आरोपी शेष बचा है उसे भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

आनंद कुलकर्णी

एसएसपी, इालाहाबाद