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ALLAHABAD: दोनों के पिता दरोगा थे। साथ पोस्टिंग थी। दोनों में अच्छी पटती थी। दोनों पड़ोसी थे तो घर भी आना-जाना था। एक का बेटा था और दूसरे की बेटी। खेलते-कूदते कब दोनों एक-दूसरे से इश्क कर बैठे पता ही नहीं चला। बचपन के प्यार को लेकर लड़का इतना सीरियस था कि लड़की ने जवानी में दूसरे लड़के से इश्क लड़ाना शुरू किया तो वह आपा खो बैठा। कानून हाथ में लेने जैसा संगीन जुर्म करने की ठान लिया। सुपारी देकर बचपन के प्यार के जवानी में बने प्रेमी को सुपारी देकर मरवा दिया। यह सनसनीखेज खुलासा किया है पुलिस ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के रिसर्च स्कॉलर रहे उपेन्द्र यादव हत्याकांड में। संयोग ही था कि बकाया पैसा लेने सुपारी किलर इलाहाबाद पहुंच गया और लड़के का नंबर पुलिस ने ट्रैक कर लिया। दोनो पकड़े गए तो हत्याकांड में शामिल तीसरा भी पकड़ लिया गया और चौथे का डिटेल मिल गया।

 

मुठभेड़ में घायल ने दिया सुराग

धूमनगंज एरिया में स्थित नेहरू पार्क में बीती रात पुलिस की अपराधियों से मुठभेड़ हुई थी। इसमें गोली लगने से बांदा निवासी सुपारी किलर रामबाबू घायल हो गया था। पैर में गोली लगने के चलते वह बोलने की स्थिति में था तो पुलिस ने उसे एसआरएन में भर्ती कराया और देर रात पूछताछ की। इसमें रिटायर्ड दरोगा के बेटे आनंद मिश्रा और उसके साथी कमल किशोर गुप्ता का नाम सामने आया। इन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया तो उपेन्द्र हत्याकांड की वजह सामने आ गई। पता चला कि ये म्योराबाद में रहने वाले उपेन्द्र यादव उर्फ भूपेन्द्र की हत्या में शामिल थे। पुलिस ने इनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त तमंचा, कारतूस, खोखा और दो बाइक बरामद की है।

 

नैनी में रहकर करता था तैयारी

एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने पुलिस लाइंस सभागार में तीनो आरोपियों को मीडिया के सामने पेश करते हुए हत्याकांड के पीछे की वजह बताई। बताया कि बांदा के मूल निवासी शंखपाड़ी मिश्रा दरोगा थे। दो महीना पहले वह नैनी थाने से रिटायर हुए थे। उनका बेटा आनंद मिश्रा नैनी के एक लॉज में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करता था। बताया कि आनंद मिश्रा कुछ साल पहले अवैध शराब बेचने के आरोप में बांदा में पकड़ा गया था। पुलिस ने उसे जेल भी भेज था। जेल में उसकी मुलाकात अपने ही गांव के कमल किशोर उर्फ बब्लू गुप्ता से हुई। कुछ समय बाद जब आनंद जेल से रिहा हुआ तो परिवारवालों ने उसे पढ़ने के लिए इलाहाबाद बुला लिया। यहां रहकर वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने लगा।

 

बचपन की फ्रेंड से हो गई मुलाकात

इलाहाबाद आने पर आनंद की मुलाकात अपनी बचपन की फ्रेंड से हो गई। वह भी यहां रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी। जवानी के दिनो में देखकर वह उसे प्रेमिका मान बैठा। बचपन की फ्रेंडशिप के चलते लड़की भी उससे बात करती थी। पुलिस द्वारा बताई गई स्टोरी के अनुसार आनंद ने इस रिश्ते को पत्‌नी का नाम देने के लिए प्रस्ताव दिया। लड़की इसके लिए तैयार नहीं थी तो उसने शादी से इंकार कर दिया। इसके बाद भी आनंद हार मानने को तैयार नहीं था। वह उसकी हर गतिविधि पर नजर रखने लगा।

 

प्रेमी का पता चला तो खो बैठा आपा

प्रेमिका पर लगातार नजर रख रहे आनंद को जल्द ही पता चल गया कि उसका कोई प्रेमी है। उसने उसका डिटेल भी निकलवा लिया। यह था गाजीपुर के जमनिया थाना क्षेत्र के बुढ़हाडीह निवासी उपेन्द्र यादव है। उपेन्द्र म्योराबाद स्थित इमरान लॉज में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करता था। वह इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का रिसर्च स्कॉलर था। यह जानने के बाद उसने अपनी कथित प्रेमिका पर उससे दूरी बनाने को कहा। वह तैयार नहीं हुई तो आनंद ने जेल में साथी बने बब्लू से सम्पर्क किया। बब्लू ने रामबाबू को उपेन्द्र की हत्या की सुपारी दिला दी।

 

पूरे दिन की थी उपेन्द्र की रेकी

रामबाबू बब्लू का दोस्त था। घटना वाले दिन रामबाबू ने दोपहर से ही उपेन्द्र की रेकी करना शुरू कर दिया। काफी देर होने पर उसने कैंट स्थित एक बीयर शाप पर खूब बीयर पी और फिर उपेन्द्र के लॉज के बाहर पहुंचकर उस पर नजर रखने लगा। संयोग से उसे मौका मिल गया जब देर रात उपेन्द्र लॉज के बाहर खड़ी बाइक को अंदर करने के लिए बाहर निकला। सुनसान इलाके में शिकार को अकेला पाकर उसने गोली मार दी और आराम से भाग निकला। बता दें कि तीन दिन पहले ही लखनऊ में इलाज के दौरान उपेन्द्र की मौत हो चुकी है।

 

बकाया पैसा लेने पहुंचा था रामबाबू

रविवार को रामबाबू सुपारी का बकाया 50 हजार रुपये लेने नेहरू पार्क के पास साथी संग आया था तभी पुलिस से उसकी मुठभेड़ हो गई। जवाबी फायरिंग में रामबाबू के पैर में गोली लग गई तो पुलिस ने उसे दबोच लिया। उसे एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने बताया कि उसके खिलाफ बांदा जनपद में बैंक लूट, चोरी और हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज है। ठीक होते ही उसे जेल भेज दिया जाएगा।

उपेन्द्र हत्याकांड का खुलासा हो चुका है। सुपारी किलर रामबाबू का इलाज चल रहा है। ठीक होने पर उसे जेल भेजा जाएगा। इसके अलावा अंधेरे का लाभ उठाकर भाग निकले रामबाबू के साथी की तलाश की जा रही है।

-श्रीशचंद्र, सीओ, सिविल लाइंस


गिरफ्तार

आनंद मिश्रा निवासी जेल रोड केवटरा चौराहा, कोतवाली बांदा

बब्लू उर्फ कमल किशोर गुप्ता, निवासी जेल रोड केवटरा चौराहा, कोतवाली बांदा

राम बाबू निवासी मर्दननाका लाल भईया का अखाड़ा थाना कोतवाली बांदा

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