एक और टॉयलेट दिलाने का भरोसा देकर फ्री में गुटखा खिलाने की मांग पर बढ़ा विवाद

सिर पर वार के बाद घोंट दिया गला, तालाब में फेंक दी बॉडी

ALLAHABAD: रंजिश अनिल मिश्रा भी जानते थे। नशे में थे तो भूल बैठे कि उलझ किससे रहे हैं। पहले से पूर्व प्रधान से चल रही रंजिश में गुटखा के पैसे को लेकर विरोध के समर्थक से उलझे तब भरोसा नहीं रहा होगा कि वह उन्हें अंतिम अंजाम मौत तक पहुंचा सकते हैं। हुआ यही चंद घंटे के भीतर पूरी साजिश रची गई गई और टारगेट को अंजाम तक पहुंचा दिया गया। सराय इनायत के ककरा दुबावल में हुई प्रधान के ससुर की हत्या में यही कहानी सामने आई है। पुलिस ने हत्या में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार करने के बाद यह खुलासा किया है। इस मामले के चार अन्य आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।

पूर्व प्रधान से झगड़ा, समर्थकों ने निबटाया

पुलिस लाइन सभागार में मंगलवार को एसपी गंगापार सुनील कुमार सिंह ने हत्या में शामिल तीन आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया। पूछताछ में धीरज ने बताया कि वह पूर्व प्रधान आनंद मिश्रा का समर्थक है। अपने कार्यकाल में आनंद ने पिता हरिलाल को गांव में कोटेदार नियुक्त कराया था। वर्तमान प्रधान के पति अमरेन्द्र उर्फ पप्पू मिश्रा ने पिता का कोटा निरस्त करके दूसरे को दिलवा दिया। इसी को लेकर पूर्व प्रधान आनंद मिश्रा से उनकी ठन गई। दोनों पक्षों में रंजिश 1986 से चली आ रही है। तक पूर्व प्रधान आनंद मिश्रा के पक्ष के एक व्यक्ति की हत्या हुई थी। उन्होंने इसमें पप्पू मिश्रा के चाचा अनिल मिश्रा को आरोपित बनाया था। अनिल को सेशन कोर्ट दोषी मानकर आजीवन कारावास की सजा भी सुना चुका था।

पान की दुकान पर बना हत्या का प्लान

पुलिस को पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि घटना वाले दिन 30 जुलाई को धीरज और त्रिभुवन गांव के आशीष दुबे की दुकान पर पान खाने गए थे। वहां अनिल मिश्रा पहले से मौजूद था। वह नशे में था। इसी बीच वहां मुस्ताक और असलम भी पहुंच गए। अनिल ने असलम से गुटखा खिलाने के लिए कहा तो उसने इंकार कर दिया। इस पर अनिल ने असलम से सरकारी शौचालय मिलने के बावजूद नया शौचालय दिलवाने का लालच दिया। इसके बाद भी वह गुटखा का पैसा देने को तैयार नहीं हुआ। इस पर अनिल ने उसे गालियां देना शुरू कर दिया। फ्रॉड की सूचना पुलिस को देने की धमकी देने लगा। बात बढ़ने पर धीरज, त्रिभुवन और असलम व मुस्ताक अपने घर के लिए निकल गए। लेकिन, शातिर दिमाग चलने लगा था। उन्होंने खेताऊ को अनिल पर नजर रखने के लिए लगाया और धीरज, नीरज, असलम और मुस्ताक उसे ठिकाने लगाने की योजना पर लग गए।

पीछा करके रोका, सिर पर किया वार

त्रिभुवन ने पुलिस को बताया कि रात करीब दस बजे अनिल मिश्रा गांव के ही पुन्नू पासी के यहां से निकला। शायद उसने यहां फिर शराब पी थी। खेताऊ ने तत्काल यह सूचना अपने साथियों तक पहुंचा दी। इसके बाद एक-एक करके सभी उसके पीछे लग गए और सुनसान एरिया देखते ही अनिल को रोक लिया। धीरज ने उसके सिर पर डण्डे से वार किया तो वह गिरकर बेहोश हो गया। राज खुलने न पाए इसके लिए उन्होंने उसका गला घोंट दिया और फिर बॉडी को पास के तालाब में फेंक आए।

फरार चार

नीरज पासी

असलम

मुश्ताक

आनंद मिश्रा

गिरफ्तार तीन

धीरज पासी

त्रिभुवन उर्फ खेतऊ

हरिलाल पासी

गिरफ्तारी आरोपी पूर्व ग्राम प्रधान आनंद मिश्रा के बेहद खास हैं। मर्डर के बाद भी आरोपी पूर्व प्रधान के सम्पर्क में रहे। उन्होंने हर संभव मदद का भरोसा दिलाया था। इसीलिए उन्हें हत्या की साजिश रचने का आरोपी बनाया गया है।

सुनील कुमार सिंह

एसपी गंगापार