-पुलिस सिक्योरिटी को लेकर जल्द करेगी स्कूलों के साथ मीटिंग

-स्कूलों में प्राइवेट गार्ड लगाए जाएंगे, वैरीफिकेशन पर रहेगा जोर

BAREILLY: पेशावर में हुए आतंकी हमले के लिए भारत को जिम्मेदार बताने वाले आतंकी हाफिज सईद की धमकी के बाद पूरे उत्तर भारत में अलर्ट जारी कर दिया गया है। यूपी के एडीजी लॉ एंड आर्डर ने प्रदेश के भी सभी जिलों में अलर्ट जारी किया है, जिसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश में विशेष ध्यान रखने की बात कही है। खूफिया एजेंसियों के अलर्ट के बाद स्कूली बच्चों की सिक्योरिटी को लेकर बरेली पुलिस के भी कान खड़े हो गए हैं। पुलिस सिक्योरिटी का प्लान तैयार करने में जुट गई है। जल्द ही स्कूलों के साथ मीटिंग कर सिक्योरिटी का ब्लू प्रिंट तैयार किया जाएगा। लेकिन सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है कि करीब चार हजार स्कूलों में पढ़ रहे तीन लाख बच्चों की सिक्योरिटी करना इतना आसान कैसे होगा।

यह है स्कूलों में बच्चों की संख्या

बरेली में लगभग फ् हजार आठ सौ 7भ् स्कूल व इंटर कॉलेजेज हैं, जहां करीब फ् लाख एक हजार एक सौ फ्8 स्टूडेंट पढ़ते हैं। इनमें ख्097 प्राइमरी स्कूल हैं, जिनमें ब्0 हजार नौ सौ 87 स्टूडेंट पढ़ते हैं। इसके अलावा 79ब् अपर प्राइमरी स्कूल में ख्भ् हजार छह सौ 87 बच्चे, फ्ख्7 हायर सेकेंड्री स्कूल में भ्7 हजार नौ सौ भ्ख् स्टूडेंट, क्ख्7 इंटर कॉलेज में ब्म् हजार सात सौ भ्म् स्टूडेंट और फ्0 सीबीएससी स्कूल में फ्0 हजार स्टूडेंट पढ़ते हैं। इसके अलावा दो दर्जन डिग्री कॉलेज व प्राइवेट इंस्टीट्यूट और यूनिवर्सिटी भी हैं। इन सभी के स्टूडेंट को मिलाकर फ्भ् हजार स्टूडेंट की सख्या और बढ़ जाती है।

कहीं नहीं हैं सिक्योरिटी के इंतजाम

करीब ब् हजार स्कूल कॉलेज की सिक्योरिटी किसी चुनौती से कम नहीं है। चंद स्कूल और कॉलेज को छोड़ दें तो कहीं भी सिक्योरिटी के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। कुछ प्राइवेट इंस्टीट्यूट में प्राइवेट गार्ड तैनात हैं। इसके अलावा कुछ सीबीएससी और आईएससी स्कूल में भी गार्ड हैं। लेकिन इन गार्ड के इनके पास हथियार ही नहीं हैं।

सरकारी स्कूलों का बुरा हाल

सबसे ज्यादा बुरा हाल सरकारी स्कूल और कॉलेज की है। कुछ स्कूलों में चौकीदार हैं, लेकिन उनके पास डंडा भी नहीं होता है। इन स्कूलों में कोई भी आसानी से इंट्री कर सकता है। डिग्री कॉलेजेज की भी बात करें तो बरेली कॉलेज में सिर्फ इक्का-दुक्का प्राइवेट गार्ड हैं, जो सिर्फ नाम के ही हैं।

मैक्सिमम स्कूलों ने नहीं हैं सीसीटीवी

डिस्ट्रिक्ट में स्कूलों की संख्या हजारों में है, लेकिन अगर सीसीटीवी कैमरों की बात करें तो इन स्कूलों की संख्या का आंकड़ा बहुत कम है। सिर्फ एक दर्जन स्कूलों में ही सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, जबकि छेड़छाड़ की बढ़ती घटनाओं के बाद प्रशासन ने कई बार मीटिंग कर स्कूल कॉलेज में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देाश दिए थे।

ये तैयारी कर रही है पुलिस

पुलिस का मानना है कि सभी स्कूलों में सिक्योरिटी प्रोवाइड करना मुमकिन नहीं है। ऐसे में प्राइवेट सिक्योरिटी से ही स्कूलों की सुरक्षा की जा सकती है। सबसे ज्यादा खतरा सिटी के स्कूलों में रहता है, इसलिए एसपी सिटी ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं। उन्होंने डीएम से इस संबंध में बात की है। जल्द ही डीआईओएस के साथ मीटिंग कर आगे की प्लानिंग की जाएगी। इसके अलावा प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसियों के साथ भी मीटिंग की जाएगी।

क्या-क्या होंगे इंतजाम

डीआईओएस के साथ मीटिंग करने के बाद सभी स्कूल-कॉलेज के प्रिंसिपल्स के मीटिंग की जाएगी। मीटिंग में सभी को निर्देश दिए जाएंगे कि वह अपने स्कूल में कम से कम दो प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड की तैनाती करें। इन गार्डो के पास हथियार जरूर हों। जो भी गार्ड या नौकर स्कूलों में रखे जाएं उनका वैरीफिकेशन जरूर कराया जाए।

पेशावर अटैक के बाद स्कूलों की सिक्योरिटी को लेकर प्लानिंग की जा रही है। उर्स के बाद डीआईओएस के माध्यम से सभी स्कूलों के साथ मीटिंग की जाएगी। वैरीफिकेशन पर ज्यादा जोर ि1दया जाएगा।

राजीव मल्होत्रा, एसपी िसटी बरेली

पूरे यूपी में अलर्ट जारी किया गया है। संवेदनशील होने के चलते पश्चिमी यूपी पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। भीड़-भाड़ वाले एरिया, होटल और स्कूलों में कड़ी सुरक्षा के निर्देश दिए हैं।

मुकुल गोयल, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर