-विवेक तिवारी हत्याकांड में सिपाही के समर्थन में की थी पोस्ट

BAREILLY: विवेक तिवारी हत्याकांड के बाद आरोपी सिपाही प्रशांत के समर्थन में आए बरेली के सिपाही नीरज माथुर को सैटरडे सस्पेंड कर दिया गया है। फ्राइडे को मामला सामने आने के बाद एसएसपी ने उसे लाइन हाजिर किया था, लेकिन एडीजी ने इसे अनुशासनहीनता माना और एसएसपी को सस्पेंड करने के आदेश दिए। नीरज, माथुर एसएसपी ऑफिस में तैनात है और उसने फेसबुक पर सिपाही प्रशांत के समर्थन में पोस्ट डाली थी। यही नहीं पुलिसकर्मियों के विरोध के सुर शंात करने के लिए जहां सख्त एक्शन लिया जा रहा है तो वहीं अधिकारी सड़कों पर उतरकर उनके मन की बात भी टटोल रहे हैं। यहां तक सोशल मीडिया पर पोस्ट को लेकर डीजीपी ने एडवाइजरी भी जारी की गई है।

एक साथ डाली कई पोस्ट

वर्ष 2011 बैच का सिपाही नीरज माथुर चंदौसी डिस्ट्रिक्ट का रहने वाला है। वह एसएसपी ऑफिस में एसपी क्राइम की पेशी में तैनात था। वह पहले आजमगढ़ और बदायूं डिस्ट्रिक्ट में तैनात रह चुका है। उसने फेसबुक पर सिपाही के समर्थन में कई पोस्ट डाली थीं। उसने एक पोस्ट में लिखा था आज से मैंने फैसला कर लिया, चाहे कुछ भी हो जाए, अब मैं अपनी ड्यूटी करूंगा, क्योंकि रक्षा मुझे अब समाज की नहीं, अपनी और अपने घरवालों की करनी है। इसके अलावा उसने एक पुलिसकर्मी की एक बच्ची के साथ की भी फोटो डाली है, जिसमें लिखा है कि गाड़ी वाले अंकल पापा गाड़ी रोके तो रोक लेना, प्लीज उन्हें कुचल मत देना। इस पोस्ट में मीडिया को लेकर भी कमेंट किया गया है। क्योंकि इस तरह की पोस्ट पहले विवेक तिवारी के सपोर्ट में डाली गई थी। उसने एक पोस्ट डाली थी, जिसमें लिखा था कि ऐसे सभी मित्र जिन्हें पुलिस वालों से नफरत है और पुलिस के विरोधी हैं, तुरंत मेरी फ्रेंड लिस्ट से हट जाएं।

दबी जुबान में अब भी विरोध

डीजीपी की सख्ती के बाद विरोध करने वाले पुलिसकर्मियों पर एक्शन शुरू हो गया है। एक्शन की वजह से भले ही पुलिसकर्मी खुलकर सामने न आ रहे हैं और पोस्ट करने से बच रहे हों लेकिन दबी जुबान में उनका विरोध अभी भी जारी है। उनसे जब भी विक्की हत्याकांड के बारे में जिक्र किया जा रहा है तो वह सिपाही के साथ ही खड़े दिख रहे हैं और सिपाही पर की गई कार्रवाई को गलत ही बता रहे हैं। उनका कहना है कि हत्या का केस नहीं है, वह गैर इरादतन हत्या का केस है।

विवेक तिवारी हत्याकांड के आरोपी सिपाही के समर्थन में पोस्ट डालने वाले सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है। अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

प्रेम प्रकाश, एडीजी जोन