- गांवों में विवादों की जड़ बन गए सिपाही

- तबादलों की सूचना से लगाने लगे जुगाड़

GORAKHPUR: जिले में एक थाना पर सालों से जमे सिपाही हटेंगे। होली में हुए विवादों में कई जगहों पर पुराने सिपाहियों की भूमिका संदिग्ध रही। जांच के दौरान पब्लिक ने दबंगों के प्रभाव में कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। इस तरह के मामले सामने आने पर एसएसपी ने तीन साल से एक जगह जमे सिपाहियों को हटाने का निर्देश दिया है। जल्द ही पुलिस कर्मचारियों के तबादले की लिस्ट जारी कर दी जाएगी। तबादले की आशंका में सिपाही पहले से जुगाड़ लगाने लगे हैं।

ड्रीम प्रोजेक्ट को लगाया पलीता

होली के पहले विवादों को रोकने के लिए एसएसपी ने ड्रीम प्रोजेक्ट चलाया। जिले भर में करीब 20 हजार पुलिस मित्र बनाए गए। सभी पुलिस मित्रों को आई कार्ड देकर त्योहारों में समरसता बनाने के लिए मीटिंग की गई। बावजूद इसके थानों और चौकियों पर जमे पुराने सिपाहियों की वजह से प्लान को पलीता लग गया। मामूली विवादों को सुलझाने के बजाय सिपाही एक पक्ष के प्रभाव में कार्रवाई करते रहे। होली पर कई जगहों पर एक दर्जन से अधिक ऐसी घटनाएं सामने आई। जिनमें पुराने सिपाहियों की भूमिका संदिग्ध रही।

केस एक:

गुलरिहा एरिया के सरहरी चौकी क्षेत्र में होली के पहले कई जगहों पर विवाद हुए। लेकिन चौकी तैनात सिपाहियों ने एक पक्ष के प्रभाव में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। इससे मनबढ़ों ने होली के दिन जमकर उत्पात मचाया।

केस दो:

खजनी एरिया के भीटीखुर्द में मनबढ़ों ने सत्यम निषाद को पीट दिया। उसने शिकायत की तो सिपाहियों ने लापरवाही की। सत्यम का कहना है कि नेताओं के दबाव में पुलिस ने दूसरे दिन कार्रवाई की। इससे मनबढ़ जमकर उत्पात मचाते रहे।

तीन साल से अधिक एक ही जगह पर जमे पुलिस कर्मचारियों को हटाया जाएगा। इसके लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं। किसी मामले में पुलिस कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध मिलने पर जांच कराकर कार्रवाई करेंगे।

अनंत देव, एसएसपी