PM's action

अगले साल आम चुनाव कराने के लिए बांग्लादेश में तीन दिन पहले गठित 51 सदस्यीय बहुदलीय अंतरिम सरकार के 30 मंत्रियों को गुरुवार हटा दिया गया. मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी और उसकी 18 सहयोगी पार्टियों के विरोध चलते प्रधानमंत्री शेख हसीना यह कदम उठाने को मजबूर हुई. हटाए गए हाई प्रोफाइल मंत्रियों में विदेश मंत्री दीपू मोनी, गृह मंत्री महीउद्दीन खान आलमगीर, नागर विमानन मंत्री फारुख खान, दूरसंचार मंत्री सहारा खातून और स्वास्थ्य मंत्री रुहेल हक शामिल हैं.

पीएम के सलाहकार

पीएम के दो सलाहकारों शफीक अहमद और दिलीप बरुआ को भी बाहर का रास्ता दिखाया गया है. देश की इस अंतरिम सरकार को 25 जनवरी को आम चुनाव करवाने हैं. लेकिन, खालिदा जिया और उनकी सहयोगी पार्टियां इस सरकार में शामिल नहीं हुई हैं. उनकी मांग है कि सरकार में कोई पार्टी शामिल न की जाए. पार्टी ने आवामी लीग सरकार के निर्णय को गलत करार देते हुए कहा कि इससे देश में तनाव और भड़केगा.

बहुदलीय सरकार

प्रधानमंत्री हसीना ने सभी दलों की सरकार बनाने का सुझाव दिया था. हालांकि, जिया का कहना है कि उनकी पार्टी हसीना के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल नहीं होगी. हसीना ने बुधवार रात राष्ट्रपति से मिलकर उन्हें बहुदलीय सरकार पर अपने विचार एवं रुख बताया था. इससे पहले उन्होंने कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई थी. पिछले कुछ दिनों में बीएनपी और उसके सहयोगी जमात-ए-इस्लामी द्वारा आयोजित प्रदर्शनों में 30 लोग जान गंवा चुके हैं.

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