दावा करने वाला नहीं दावे पर खरा उतरने वाला हो प्रत्याशी

बरेली :

लोकसभा इलेक्शन के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. प्रत्याशियों ने भी वोटर्स को रिझाने के लिए अपने दांव आजमाने शुरू कर दिए हैं. पार्टियों के प्रत्याशियों ने अपने एजेंडे भी पेश करना शुरू कर दिए हैं.चुनाव में यूथ की भी अहम भूमिका होती है. क्योंकि हमारे देश की आधी से अधिक आबादी यूथ ही है. ऐसे में देश के विकास की जिम्मेदारी भी युवाओं के कंधे पर है. यूथ ने ठान लिया है कि जो यूथ के मुद्दों पर ध्यान देगा, उसकी जरूरत को प्राथमिकता में रखेगा चाहे वह रोजगार हो या फिर एजुकेशन हो, उसी प्रत्याशी को यूथ वोट करेगा. इसके साथ करप्शन खत्म करना, महिला सुरक्षा और देश की सुरक्षा की जो बात करेगा उसको ही यूथ का वोट जाएगा. वेडनसडे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट और रेडियो सिटी के मिलेनेयिल्स स्पीक राजनी-टी में अक्षर विहार तालाब के पास डिबेट का आयोजन कराया जिसमें सभी ने अपनी बात को खुलकर रखा.

क्वालिटी शिक्षा को मिले बढ़ावा

डिबेट में प्रदीप ने कहा कि करप्शन खत्म करने के लिए सरकार को कानून सख्त करना चाहिए, करप्शन खत्म करने के लिए सरकार कोई कठोर कदम उठाए. तभी रवि ने कहा कि जो प्रत्याशी यूथ के मुद्दों को देगा ध्यान यूथ उसी को करेगा मतदान. राजेश ने कहा कि सरकार बेरोजगारों के लिए कोई ऐसा प्लान करे ताकि बेरोजगारी कम हो सके.

एजुकेशन हो क्वालिटी परक

अमित ने कहा कि महिला सुरक्षा और देश की सुरक्षा आज के समय में अहम मुद्दा है. हमारे देश में महिला सुरक्षा के लिए सरकार कितना काम कर रही है इसके बाद भी महिला अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहा है. तभी पंकज ने कहा कि सरकार को एजुकेशन, करप्शन, महिला सिक्योरिटी और देश की सिक्योरिटी के लिए काम करना चाहिए. ताकि देश के साथ हम सभी देशवासी भी सुरक्षित रह सकें.

--------------

सतमोला खाओ

हम स्मार्ट सिटी में रहना तो चाहते हैं लेकिन हम खुद को स्मार्ट बनाना नहीं चाहते हैं. इसीलिए हमारा शहर स्मार्ट शहर में चयनित तो हो गया है लेकिन शहर के नागरिकों को भी स्मार्ट बनना होगा. जब तक हम स्मार्ट नहीं होंगे तब तक हमारा शहर स्मार्ट नहीं होगा.

--------------------------------

मेरी बात

-किसी देश के विकास के लिए यूथ एजुकेटेड और रोजगार से जुड़ा होना जरूरी है. यूथ में ही देश के विकास को गति देने की क्षमता है, लेकिन हमारे देश में यूथ को रोजगार ही नहीं मिल पा रहा है.

पंकज

---------------------

-वोटर अब अपनी प्राथमिकताओं को देखकर ही वोट देगा. अब वोटर सजग हो गया है. किसी के बहकावे में आकर वोट करने वाला नहीं है.

अमित

-----------------

-हमारे देश में बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए कुछ होना चाहिए. देश में बेरोजगारी इस कदर बढ़ी है कि एक बैकेंसी निकलने पर हजारों दावेदार बन जाते हैं.

प्रदीप