-पूर्व मंत्री भगवत शरण गंगवार ने केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार समेत बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकार पर कामकाज न करने के लगाए आरोप

BAREILLY: लोकसभा चुनाव होने में अभी समय है, लेकिन जीत के लिए वोटों की गणित का समीकरण बनाने का सिलसिला शुरू हो गया। इस क्रम में सपा के पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार ने प्रदेश सरकार और बरेली में भाजपा के बड़े नेता पर जुबानी हमला किया। मंडे को अचानक बुलाई प्रेस क्रॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि संतोष गंगवार को बूढ़ा साबित करने की कोशिश करते हुए उनकी याददाश्त कमजोर होने का तंज कसा। शायद यह कहकर भगवत सरन जनता का मन टटोलना चाह रहे हैं कि बरेली की जनता में संतोष गंगवार का कितना क्रेज बाकी। माना भी जा रहा है कि भगवत सरन लोकसभा चुनाव में मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में सामने आ सकते हैं।

कामों की दिशा और दशा दोनों हो गई खराब

भगवत शरण ने कहा कि केंद्र सरकार के 4 वर्ष हो रहे हैं, सांसद संतोष गंगवार का चौथा दशक चल रहा है, लेकिन जो काम सपा ने किए उन कामों की दशा और दिशा दोनों खराब हो गई हैं। इसकी फिक्र न सेंटर और न ही स्टेट की सरकार को है। मानसिक हॉस्पिटल में सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, मेगा फूड पार्क, लाल फाटक, पुरानी जेल के प्रोजेक्ट, आईवीआरआई पुल जैसे कई प्रोजेक्ट तैयार होकर चालू होने वाले थे लेकिन सभी पर इस सरकार में रोक लग गई है, सपा सरकार में 108 जीटीआई और 1000 से अधिक इंटर कॉलेज खोले गए। नवाबगंज एरिया में 7 इंटर कॉलेज बनकर तैयार हैं लेकिन किसी में पढ़ाई नहीं हो रही है, जिसकी वजह से स्टूडेंट्स का भविष्य खराब हाे रहा है।

चेकिंग के नाम पर जनता परेशान

उन्होंने कहा कि सैन्य एरिया में गेट तो खुले हैं लेकिन चेकिंग के नाम पर जनता की बेइज्जती हो रही है। दोनों तरफ 8 फौजी लग रहे हैं, यदि इन्हें पूरे रोड पर लगा दिया जाए तो कोई अंदर नहीं घुस सकता। जब एक बार हमारे साथ संतोष गंगवार भी जा रहे थे तो चेकिंग हुई थी। तब जाकर तत्कालीन डीएम से शिकायत की थी तो तुरंत डीएम ने सेना के बड़े अधिकारी से बात की थी। स्कूलों की फीस को लेकर कुछ नहीं हो रहा है। बोतल का जिन्न कब बाहर आएगा। अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है। बरेली स्टेशन पर न तो एस्केलेटर लगे और न ही लिफ्ट, ट्रेनें रोकने की बात कही गई थी लेकिन वह भी नहीं रुक रही हैं।

अतिक्रमण का मलबा तक नहीं हटा

भगवत सरन गंगवार ने आरोप लगाए कि जब हमारी सरकार थी तो जातिवाद के आरोप लगते थे लेकिन अब क्या है। अब डीएम-एसएसपी सब कौन हैं। यही नहीं अब लगातार पुलिस की पिटाई के मामले सामने आ रहे हैं। शहर में अतिक्रमण अभियान चला लेकिन एक विशेष समुदाय के खिलाफ और अभी तक मलबा नहीं हटाया गया है। टैक्स भी नहीं घटाया गया है। रोजाना विधायकों के ऑडियो जारी हो रहे हैं।

सभी काम प्रक्रिया के तहत चल रहे हैं और समय पर पूरे भी होंगे। न तो टैक्सटाइल पार्क और न ही मेगा फूड पार्क का काम रुका है। सेंटर और स्टेट दोनों सरकारें लगातार पब्लिक के हित में काम कर रही हैं। संतोष गंगवार अपने से 20 वर्ष से कम उम्र के शख्स की क्षमता से ज्यादा काम कर रहे हैं। उनके काम पर कोई प्रश्नचिन्ह ही नहीं लगा सकता है। विरोधी चुनावी लाभ के लिए ऐसी मानसिकता का इस्तेमाल कर सवाल उठा रहे हैं।

रविंद्र राठौर, जिलाध्यक्ष बीजेपी