शुआट्स के समर्थन में आए राजनीतिक दलों ने पुलिस कार्रवाई को अल्पसंख्यक संस्था का उत्पीड़न बताया

ALLAHABAD: शुआट्स के अधिकारियों और एक्सिस बैंक के अफसरों के ज्वाइंट वेंचर 23 करोड़ की हेराफेरी को बुधवार को तीन राजनीतिक दलों ने मिलकर अल्पसंख्यक संस्था का उत्पीड़न बता दिया। उन्होंने निष्पक्ष जांच के लिए मामला सीबीआई को सौंपने की मांग की। आरोप लगाया कि पुलिस सत्ता के इशारे पर काम कर रही है और चेतावनी भी दे दी कि सत्ता बदलने पर इन सभी अफसरों के खिलाफ जांच बैठाकर कार्रवाई की जाएगी।

शुआट्स के समर्थन में संयुक्त प्रेस वार्ता में बसपा के पूर्व विधायक राजबली जैसल, पूर्व राज्य मंत्री सपा नेता लल्लन राय, शहर अध्यक्ष बसपा चौधरी सईद अहमद, शहर अध्यक्ष कांग्रेस उपेंद्र सिंह व प्रदेश प्रवक्ता किशोर वाष्र्णेय ने कहा कि सीजीएम इलाहाबाद द्वारा शुआट्स के प्रार्थना पत्र को एफआईआर संख्या 295/2017 में सम्मिलित करने का आदेश दिया गया। लेकिन, राजनैतिक दबाव में काम कर रही पुलिस ने इसे इग्नोर कर दिया। शुआट्स के कुलसचिव सहित अन्य अधिकारी क्राइम ब्रांच के बुलावे पर कार्यालय में बयान दर्ज कराने गए थे, उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया। नेताओं ने शुआट्स प्रबंधन को क्लीनचिट दे दी और गबन का जिम्मेदार एक्सिस बैंक के अधिकारियों को बताया। नेताओं ने कहा कि अधिकारी निष्पक्ष कार्य करें, दबाव में एकपक्षीय कार्रवाई कर प्रताडि़त करना छोड़ दें। सरकार बदलने पर जांच करायी जायेगी और दोषी अधिकारियों को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कार्रवाई के खिलाफ सड़क से संसद तक आंदोलन की चेतावनी भी दी।