- प्रवक्ताओं ने अपनी ही पार्टी को गरमाया

- नीतीश कुमार ने आवास पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित की

- सीएम की चुप्पी बहुत कुछ कहती है

- नरेन्द्र सिंह और वृषिण पटेल के सुर बदले

PATNA : पटना में ठंड कम नहीं हो रहा। कुहासा कम भले है पर हवा में कनकनी है। दूसरी तरफ पूरे दिन राजनीति के बादल छांटने की कोशिश खूब होती रही। लालू प्रसाद ने अपने अंदाज में सीएम मांझी को हटाने के सवाल पर कहा कि- हटाने वाले माला जपते रहें। दूसरी तरफ नीतीश कुमार ने अपने आवास पर जेडीयू पदाधिकारियों की मीटिंग की। नीतीश ने दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में समझाया कि कैसे बीजेपी का सामना आनेवाले विधान सभा इलेक्शन में करें। विलय के ऊहापोह भरे माहौल में उन्होंने ये भी साफ किया कि विलय का इंतजार किए बिना लय में रहें।

नरेन्द्र पहुंचे वशिष्ठ के पास

मांझी सरकार के मिनिस्टर नरेन्द्र सिंह जो कल तक नरेन्द्र मोदी और जीतन राम मांझी के पक्ष में बयान दे रहे थे वे जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। ब्0 मिनट तक बातचीत कर बाहर निकले नरेन्द्र सिंह ने जो बयान दिया उससे भी ये साफ हुआ कि उनके सुर बदल चुके हैं। उन्होंने साफ-साफ कहा कि वे किसी प्रवक्ता पर किसी तरह की कार्रवाई की मांग नहीं कर रहे। एजुकेशन मिनिस्टर वृषिण पटेल के सुर भी बदले-बदले दिखे। इधर सीएम जीतन राम मांझी से बीजेपी एमपी रामकृपाल यादव ने मुलाकात की।

प्रवक्ताओं पर कार्रवाई नहीं

प्रवक्ता नीरज कुमार और अजय आलोक पर किसी तरह की कार्रवाई की बात साफ नहीं हुई है। साफ है नीतीश कुमार दो दिवसीय प्रशिक्षण के बहाने अपनी पकड़ पार्टी पर मजबूत करना चाहते हैं। राजनीतिक गलियारे में इसका इंतजार ढेर सारे लोगों को है कि अब सीएम जीतन राम मांझी अपने ऊपर दिए बयानों पर क्या बोलते हैं।