- चंद्रकला ने सीबीआई को बताए थे सफेदपोशों के नाम, मंत्री करते थे सीधे फोन

- मंत्री गायत्री ने अपने दो रिश्तेदारों को हमीरपुर में कराया था पोस्ट

ashok.mishra@inext.co.in

LUCKNOW: हमीरपुर में हुए खनन घोटाले में सीबीआई की जांच में जद में आई 2008 बैच की आईएएस बी। चंद्रकला को दो बार जांच एजेंसी की पूछताछ का सामना करना पड़ा था। सीबीआई ने उनको तलब करके खनन घोटाले के राज जानने की कोशिश की तो उन्होंने उन सफेशपोश नेताओं और अफसरों के नाम उगल दिए जिनके इशारे पर हमीरपुर में खनन के पट्टे दिए जाते थे और अवैध खनन के मामलों में आंखें मूंदे रहने को कहा जाता था। सीबीआई की पूछताछ में चंद्रकला अपनी बेगुनाही को कोई प्रमाण नहीं दे सकी जिसकी वजह से उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का फैसला लिया गया। सीबीआई के सूत्रों की मानें तो हमीरपुर में खनन माफिया को लाल सोना (मौरंग) के पट्टे दिलाने में तत्कालीन खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की सक्रिय भूमिका निभाते थे। सीबीआई इस दौरान पंचम तल पर तैनात एक अफसर की भूमिका भी जंाच भी कर रही है जो ऊपर से मिले आदेशों पर अमल करवाते थे। सूत्रों की मानें तो जल्द ही इस अफसर को भी पूछताछ के लिए तलब करने की तैयारी है।

डीए केस की भी तैयारी

सीबीआई के सूत्रों की मानें तो बी। चंद्रकला के ठिकानों पर छापेमारी में मिले संपत्तियों के दस्तावेज की जांच के बाद उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का एक और केस दर्ज हो सकता है। सीबीआई को यह भी अंदेशा है कि उन्होंने कुछ बेनामी संपत्तियां भी जुटाई है जिसकी पड़ताल जारी है। उनकी संपत्तियों से जुड़े तमाम राज बैंक लॉकर और खातों की पड़ताल के बाद खुलने की संभावना भी जताई जा रही है हालांकि सीबीआई के पास ऐसे तमाम प्रमाण पहले से मौजूद हैं जो चंद्रकला की मुश्किलों को बढ़ाएंगे। इसी वजह से शनिवार को उनके खिलाफ करप्शन का केस दर्ज किया गया। हमीरपुर में अवैध खनन की काली कमाई का हिस्सा किस तरह बंटता था, इस बारे में सीबीआई अपनी प्रारंभिक जांच में दस्तावेजी सबूत और बयान जुटा चुकी है। केस दर्ज होने के बाद अब सीबीआई यूपी से लेकर आंध्र प्रदेश तक चंद्रकला और परिजनों के नाम जुटाई गयी संपत्तियों का भी पता लगाने की तैयारी में है।

रिश्तेदारों को कराया था पोस्ट

जांच के दौरान सीबीआई को यह भी पता चला कि हमीरपुर में अवैध खनन की काली कमाई पर पूरा कंट्रोल रखने के लिए गायत्री प्रसाद प्रजापति ने अपने दो कथित रिश्तेदारों को वहां पोस्ट कराया था। इनमें से एक एडीएम थे जिनके बारे में सीबीआई की पड़ताल जारी है, जबकि दूसरा खनन विभाग में क्लर्क राम आश्रय प्रजापति था जिसके ठिकाने पर शनिवार को सीबीआई की छापेमारी हुई थी। दरअसल केवल हमीरपुर ही नहीं, पांच जिलों में चल रही अवैध खनन की सीबीआई जांच में गायत्री के खिलाफ लगातार सबूत मिलते जा रहे हैं। यह बात दीगर है कि हमीरपुर में अवैध खनन के खेल कुछ इस तरह खुलेआम हुआ कि सीबीआई को इसमें सबूत जमा करने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी। पिछले डेढ़ साल के दौरान सीबीआई ने पट्टाधारकों से लेकर डीएम कार्यालय और आवास के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों तक से पूछताछ की जिसमें अवैध खनन की पोल खुलती चली गयी।

मिश्र बंधुओं की दहशत हावी

शनिवार को सीबीआई की छापेमारी में लोकल पुलिस का सहयोग नहीं लिया गया था। नई दिल्ली से आए करीब तीन दर्जन सीबीआई के अफसरों ने लखनऊ, कानपुर, हमीरपुर, जालौन और उरई में छापे मारे। केवल लखनऊ में राजधानी की सीबीआई एंटी करप्शन ब्रांच के कुछ अफसरों को मदद के लिए साथ लिया गया था। वहीं हमीरपुर में सपा एमएलसी रमेश मिश्र और उनके भाई दिनेश मिश्र की दबंगई का यह आलम था कि सीबीआई को छापेमारी से पहले एसपी से कहना पड़ गया कि जरूरत पड़ने पर पुलिस फोर्स बुलाई जा सकती है। छापेमारी में ऐसी नौबत भी आती दिखी जब दोनों के आवास से बड़े पैमाने पर लाइसेंसी और अवैध असलहों का जखीरा मिला। सीबीआई ने असलहों को जब्त कर लिया है और इस मामले में एक और केस दर्ज करने की तैयारी में है।

बॉक्स

जवाहरबाग कांड में भी हुई पूछताछ

इतना ही नहीं, सीबीआई के सूत्रों की मानें तो मथुरा में हुए जवाहरबाग कांड में भी बी। चंद्रकला से सीबीआई पूछताछ कर चुकी है। दरअसल सपा सरकार में हमेशा डीएम की कुर्सी पाने वाली चंद्रकला को जून 2014 में हमीरपुर से हटाने के बाद सीधे मथुरा जैसे बड़े जिले की कमान सौंप दी गयी थी। विगत दो जून 2016 को जवाहरबाग में भड़की हिंसा के मामले की जांच के दौरान सीबीआई ने पूर्व में वहां डीएम रहे अफसरों से भी गहन पूछताछ की है।

बॉक्स

छह घंटे लगे फ्लैट की तलाश में

वहीं शनिवार को बी। चंद्रकला के राजधानी स्थित आवास पर छापेमारी से पहले सीबीआई को फ्लैट की तलाश करने में खासी मशक्कत करनी पड़ी थी। सीबीआई की एक टीम ने शुक्रवार को छह घंटे इस फ्लैट को तलाशने में गंवाए। इसके बाद आसपास के लोगों से चंद्रकला के बारे में सुरागरसी भी की और मुकम्मल तैयारियों के बाद चंद्रकला के नोएडा और लखनऊ स्थित फ्लैटों पर शनिवार सुबह एक-साथ छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया।