RANCHI : झारखंड में जैसे-जैसे चुनाव की तारीख पास आती जा रही है। विभिन्न राजनीतिक दलों के कैंडिडेट शतरंज की बिसात बिछाने में जुट गए हैं। कैसे अपने दुश्मन को हराएं, सबकी बस यही स्ट्रैटेजी है।

सुबोध का जोरदार वेलकम

रांची संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद पहली बार रांची लौटे सुबोधकांत सहाय का सैटरडे को एयरपोर्ट पर कांग्रेस कार्यकताओं ने जोरदार स्वागत किया। सुबोधकांत सहाय जब सेवा विमान से रांची पहुंचे, तो कांग्रेस के वर्कर के साथ ही विभिन्न फ्रंटल संगठनों खासकर कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के लोग बड़ी संख्या में एयरपोर्ट पहुंचे। सुबोध कांत सहाय को रांची एयरपोर्ट से एक खुली जीप में बैठाकर एयरपोर्ट से लाया गया। जीप पर बड़ी संख्या में उनके समर्थक भी सवार थे। जीप को इम्पॉवर झारखंड के प्रेसीडेंट और कांग्रेस नेता आदित्य विक्रम जायसवाल ड्राइव कर रहे थे। सुबोधकांत सहाय ने सबसे पहले हिनू स्थित हनुमान मंदिर पहुंच कर पूजा-अर्चना की। इसके बाद वह पदयात्रा करते हुए डारंडा काली मंदिर, रिसालदार बाबा दरगाह, मेन रोड गुरुद्वारा, चर्च रोड स्थित काली मंदिर, बंगलामुखी मंदिर और पहाड़ी मंदिर गए। हर जगह उनका कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया।

आजसू में शामिल हुए नागमणि

लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही झारखंड में नेताओं के दल-बदल का शुरू हुआ सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सैटरडे को एक्स मिनिस्टर रहे नागमणि एनसीपी छोड़कर आजसू में शामिल हो गए। चतरा लोकसभा क्षेत्र से नागमणि आजसू पार्टी से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं। आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो के आवास पर नागमणि ने आजसू पार्टी की सदस्यता ली। मौके पर सुदेश महतो ने उनका माला पहनाकर पार्टी में वेलकम किया। नागमणि बिहार और झारखंड दोनों जगहों पर राजनीति में एक्टिव रहकर विधायक और सांसद बनते रहे हैं। नागमणि संयुक्त बिहार के समय कुरथा विधानसभा से दो बार निर्दलीय विधायक रह चुके हैं। इसके बाद वे जनता दल के टिकट पर राज्यसभा सदस्य बने.बाद में राजद और फिर जदयू के टिकट पर चतरा से सांसद बने। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वे केंद्र सरकार में मंत्री रहे। साल ख्007-08 में वे बिहार में एग्रीकल्चर मिनिस्टर थे, लेकिन बाद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से विवाद हो जाने के कारण पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद जेडीयू छोड़कर शरद पवार की पार्टी एनसीपी से जुड़े। एनसीपी के बिहार स्टेट प्रेसीडेंट और झारखंड राज्य के प्रभारी की जिम्मेदारी संभाली। हाल ही में उन्होंने एनसीपी पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद वह भाजपा में शामिल होने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन वहां पर एंट्री नहीं मिलने पर आजसू का दामन थामा।

गिरिडीह से लड़ेंगे जलेश्वर महतो

जेडीयू ने झारखंड की दो सीटों के लिए सैटरडे को अपने लोकसभा उम्मीदवारों की घोषणा की., जिसमें गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से जलेश्वर महतो और चतरा से महेश यादव को उम्मीदवार बनाया गया है।