पुलिस को दे डाली धमकी

दरअसल, कांग्रेसी नेता राजीव महर्षि के साथ शहजाद अंसारी, सुलेमान अंसारी व अनिल खन्ना सहित कई कांग्रेसी कार्यकर्ता वहां पहुंचे। सीओ स्वतंत्र कुमार को कहने लगे कि उन्होंने हेलीपैड पर रिलीफ कैंप बंद क्यों करवाया। कांग्रेसियों का आरोप था कि गुजरात के लोग कह रहे हैं कि उन्हें खाना नहीं मिल पा रहा है। जिसके कारण उनके सरकार की जबरदस्त फजीहत हो रही है। इसके बाद तो एक-एक करके ये कांग्रेसी नेता पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों पर भड़क गए। पुलिस अधिकारियों को गवर्नमेंट की धौंस दिखाते हुए धमकियां तक दे डाली। कहने लगे कि पुलिस ने हेलीपैड में उनके द्वारा लगाया गया रिलीफ कैंप बंद करवाया। जिसके कारण उनकी सरकार की बदनामी हो रही है।

मारपीट तक की नौबत आ गई

जबरदस्त नोंक-झोंक के बाद मारपीट तक की नौबत आ गई। हालांकि इस बीच पुलिस ने नरमी के साथ धैर्य का परिचय देते हुए शालीनता बनाए रखने को कोशिश की। लेकिन फिर भी कांग्रेस के ये नेतागण नहीं माने। इसके बाद तो खुद कांग्रेस नेता राजीव महर्षि ने अपने किसी मंत्री या विधायक तक से सीओ की ऑन द स्पॉट बात भी करवाई। वहीं बाकी कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस को धमकाते रहे। एक तो पुलिस से यहां तक कहने लगे पुलिस में हमारे नाम का केस दर्ज करो, फिर मैं देखता हूं। बाकी एक और कांग्रेसी ने पुलिस को धमकी तक दे डाली। उसके बाद कांग्रेसी नेताओं ने पूरी दादागिरी दिखाते हुए पुलिस से कैंपस में रिलीफ कैंप के लिए टेंट लगवाए। इसके कुछ देर बाद चर्चाएं रही कि खुद एसएसपी मौके पर पहुंच रहे हैं, तब जाकर मामला शांत हुआ।