- सीएम द्वारा ट्रांसफर की मांग पर शिक्षिका को सस्पेंड करने का कांग्रेस ने किया विरोध

- सीएम का फूंका जगह-जगह पुतला

- शिक्षा मंत्री जुटे डैमेज कंट्रोल में, शिक्षिका से फोन पर बात कर दिया उचित कार्यवाही का भरोसा

देहरादून, जनता दरबार में ट्रांसफर की मांग करने पहुंची शिक्षिका को सीएम द्वारा सस्पेंड किये जाने का मामला अब राजनीतिक गलियारों में तूल पकड़ने लगा है। सैटरडे को कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर सड़क पर उतरी और शिक्षिका के सस्पेंशन का विरोध करते हुए सीएम का पुतला फूंका। आज कांग्रेस मामले को लेकर गांधी पार्क में धरना देगी। इधर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने इस मामले में सरकार का बचाव किया। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने खुद उत्तरा पंत बहुगुणा को फोन कर 3 जुलाई को मिलने और मामले पर कार्यवाही का भरोसा दिलाया, वे डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं।

शिक्षिका का समर्थन, सरकार का विरोध

सीएम के जनता दरबार में महिला शिक्षिका उत्तरा पंत बहुगुणा द्वारा ट्रांसफर की मांग पर सीएम का आपा खो देने, शिक्षिका को गिरफ्तार करने के आदेश देने व उसे सस्पेंड करने के मामले में सैटरडे को कांग्रेस ने अपना विरोध दर्ज किया। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश भर के जिला मुख्यालयों में सड़कों पर उतर कर सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत और राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। जगह-जगह सीएम का पुतला दहन किया गया। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व दून में खुद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने किया। कांग्रेसी कांग्रेस मुख्यालय से राजपुर रोड़, एस्लेहॉल चौक पहुंचे जहां पीडि़त शिक्षिका के समर्थन व राज्य सरकार के विरोध में जबर्दस्त नारेबाजी की। इसके बाद कांग्रेसियों ने सीएम का पुतला फूंका। इस दौरान उत्तराखंड विधानमंडल दल के उप नेता करण महरा, विधायक हरीश धामी, सूर्यकान्त धस्माना, सरिता आर्य, गणेश गोदियाल, राजकुमार आदि कई नेता मौजूद रहे।

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बैकफुट पर सरकार

देहरादून से लेकर दिल्ली तक महिला शिक्षिका के संस्पेंशन पर हुए बवाल के बाद शनिवार को शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की। शिक्षा मंत्री ने अपने पीआरओ को शिक्षिका के घर भेजकर फोन पर बात कराने के निर्देश दिए। उत्तरा पंत ने बताया कि शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने फोन कर उनको उचित कार्यवाही का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि वे पारिवारिक कारणों से बाहर हैं और 2 जुलाई को दून पहुंचेंगे। 3 जुलाई को शिक्षा मंत्री महिला से मिलकर उनकी समस्या का समाधान करेंगे।

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स्वयं सीएम की पत्नी की नियुक्ति पौड़ी जिले के एक प्राइमरी स्कूल में हुई थी। 4 वर्ष वहां सेवा देने के बाद उन्हें दून ट्रांसफर कर दिया गया। 22 वर्ष से वे दून के एक सुगम स्कूल में सेवा दे रही हैं। जबकि, एक विधवा महिला 25 वर्षो से उत्तरकाशी के दुर्गम स्कूल में तैनात है। ये कहां का न्याय है।

प्रीतम सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस

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कांग्रेस इस मुददे पर राजनीति कर रही है। ये गलत है। बीजेपी इस पूरे मुददे पर संडे को अपना पक्ष रखेगी। मैं बाहर हूं, ऐसे में पूरे फैक्ट के साथ विधायक मुन्ना सिंह चौहान मामले की जानकारी देंगे। सरकार अपना काम कर रही है, संगठन अपने स्तर से मामले को देखेगा।

अजय भट्ट, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी

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शिक्षा मंत्री के ऑफिस से कुछ लोग आए थे, उन्होंने शिक्षा मंत्री से फोन पर बात कराई। शिक्षा मंत्री ने पूरे घटनाक्रम को लेकर कहा कि जो हुआ वह गलत हुआ्। बताया कि वे 3 जुलाई को मुझसे मिलकर मेरे ट्रांसफर के प्रकरण पर कार्यवाही करेंगे।

उत्तरा पंत बहुगुणा, शिक्षिका

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मैं देहरादून से बाहर हूं। शिक्षिका को 3 जुलाई को मिलूंगा। उनके प्रकरण की पूरा फाइल का अध्ययन किया जाएगा। इसके बाद उचित कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

अरविंद पांडे, शिक्षा मंत्री