-मेरठ जनपद के विभिन्न थानों में आचार संहिता के दौरान दर्ज हुए 35 मुकदमे

-प्रत्याशियों और सर्मथकों ने जमकर किया संहिता का उल्लंघन

Meerut : मेरठ में 4 जनवरी को आचार संहिता लागू होने के बाद से ही उल्लंघन की घटनाएं होती रही है। संहिता का सर्वाधिक उल्लंघन उन्होंने किया है जिनके कंधों पर कानून बनाने और उसे मनवाने का जिम्मा है। जिसमें भाजपा के फायर ब्रांड नेता समेत सपा के कबीना मंत्री और बसपा नेता शामिल हैं। कुल 35 मुकदमे दर्ज हुए हैं, हालांकि जमानती आरोपों में किसी भी 'माननीय' की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

प्रमुख मुकदमे

-6 जनवरी, भाजपा सांसद साक्षी महाराज और महंत महेंद्र दास के खिलाफ सदर थाने में भड़काऊ भाषण के आरोप में मुकदमा।

-12 जनवरी, साइकिल बंटवाने के आरोप में मंत्री शाहिद मंजूर के खिलाफ थाना गंगानगर में मुकदमा दर्ज।

-13 जनवरी, बसपा प्रत्याशी योगेश वर्मा, हाजी इमरान याकूब, सतेंद्र सोलंकी के खिलाफ अलग-अलग थानों में अनुमति के बिना सभा कराने पर मुकदमा दर्ज।

-29 जनवरी, बसपा प्रत्याशी योगेश वर्मा के खिलाफ मवाना थाने में पब्लिक अवैध सभा के आरोप में मुकदमा।

-31 जनवरी, बसपा प्रत्याशी योगेश वर्मा के खिलाफ मवाना थाने में वोट डालने के लिए पब्लिक पर दबाव बनाने के आरोप में मुकदमा। इसी दिन बसपा प्रत्याशी हाजी याकूब पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने के आरोप में खरखौदा थाने में मुकदमा

-1 फरवरी, सरधना थाने में भाजपा प्रत्याशी संगीत सोम के खिलाफ बिना अनुमति सभा कराने पर मुकदमा।

-4 फरवरी, बिना अनुमति सभा कराने पर भाजपा प्रत्याशी दिनेश खटीक के खिलाफ मुकदमा, थाना हस्तिनापुर में।

-5 फरवरी, बिना अनुमति सभा कराने के आरोप में सिवालखास थाने में सपा प्रत्याशी और विधायक गुलाम मोहम्मद के खिलाफ मुकदमा।

-6 फरवरी, बिना अनुमति सभा कराने पर सरधना थाने में सपा प्रत्याशी अतुल प्रधान के खिलाफ मुकदमा। इसी दिन डीजे बजाकर चुनाव प्रचार करने के आरोप में प्रत्याशी संगीत सोम के खिलाफ मुकदमा।

-9 फरवरी, बिना अनुमति रोड शो के आरोप में थाना जानी में सपा प्रत्याशी गुलाम मोहम्मद के खिलाफ मुकदमा।

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सभी मुकदमों की जांच के आदेश थाना पुलिस को दिए गए हैं। जमानती अपराधों में आरोपी को थाने से जमानत दी जा रही है, चुनाव आयोग के अग्रिम निर्देश के बाद कार्रवाई होगी।

जे। रविंद्र गौड़, एसएसपी, मेरठ