- जलकल विभाग की कार्य क्षमता पर उठे सवाल

- नलों से निकल रहा गंदा पानी

आगरा। जलकल विभाग घर-घर तक साफ पानी पिलाने के नाम पर हर साल अरबों रुपये खर्च कर रहा है। इसके बाद भी फिल्टर पानी के नाम पर गंदा और बदबूदार पानी पिलाया जा रहा है। इतना ही नहीं सालोंसाल से नलों की टोटी सूखी हैं। यहां लोगों को पानी का इंतजार है।

कर्मचारियों पर सर्वाधिक खर्च

जलकल विभाग शहरवासियों को शुद्ध पानी पिलाने के नाम पर 1 अरब 29 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च कर रहा है। इसमें रॉ वॉटर को शुद्ध करने के लिए करोड़ों रुपये से केमिकल की खरीदी करते हैं। पाइप लाइन के मेंटीनेंस के नाम पर करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाए जाते हैं। इस व्यवस्था को बनाए रखने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों पर सबसे ज्यादा 68 करोड़ रुपये खर्च होते हैं। इसके बाद भी लोगों को शुद्ध पानी उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं। इतना ही नहीं सालों से सूखी पड़ी नलों की सूखी टोटियों से पानी की एक बूंद नहीं निकली है।

पानी को तरसता बाई का बाजार

सिकंदरा स्थित बाई का बाजार की आबादी लगभग 15 हजार है। यहां पानी की पाइप लाइन बिछी है, पर 10 सालों से पानी नहीं निकला है। नई पाइप लाइन भी बिछाई जा चुकी है, पर इससे भी पानी की एक बूंद तक नहीं निकली। 3 सबमर्सिबल में दो खराब हैं। एक से ही पानी सप्लाई होती है। लोग पानी के लिए तरस रहे हैं।

आवास विकास में गंदा पानी

आवास विकास सेक्टर-7 समेत पूरी कॉलोनी में नलों से गंदा पानी निकलता है। पानी पीने लायक नहीं है। इसका उपयोग सिर्फ साफ-सफाई व अन्य कार्यो में ही किया जाता है। लोगों ने शिकायत भी की, लेकिन गंदे और बदबूदार पानी से निजात नहीं मिल सकी है।

साफ पानी पिलाने का संकल्प

जलकल विभाग घर-घर तक साफ पानी पिलाने के लिए संकल्पित है। वह केमिकल से शुद्ध पेयजल सप्लाई के लिए पाइप लाइन, हैंडपंप की मरम्मत, पंपिंग प्लांट की मरम्मत के लिए कर्मियों की फौज लगा रखी है।

केशवकुंज टंकी का किया दौरा

प्रतापनगर स्थित केशवकुंज टंकी से पानी सप्लाई बंद है। इस शिकायत पर भाजपा के शैलू शर्मा, क्षेत्रीय लोगों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मौजूद जलकल के अधिकारी से पानी सप्लाई बंद होने पर चर्चा की। उन्हें बताया गया कि टंकी के वाल्व खराब होने की वजह पानी सप्लाई नहीं हो पा रही है। इसे जल्द ठीक कराने का आश्वासन दिया।