- रोड पर प्रदूषण फैला रहे डग्गामार वाहनों पर कसी जाएगी नकेल

- दो मोटर प्रदूषण वैन विभाग के पास पहले से हैं मौजूद

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KANPUR। आरटीओ के प्रवर्तन दस्ते को जल्द ही एक और नई प्रदूषण जांच वैन मिल जाएगी। जिसके बाद प्रदूषण जांच करने में ज्यादा आसानी होगी। बताते चलें कि आरटीओ के पास दो मोटर प्रदूषण वैन पहले से हैं। जो रोड पर चल रही हैं। प्रदूषण की जांच के लिए ये मशीन बहुत अच्छी हैं।

बजट हो गया पास

आरटीओ को करीब 6 माह पहले चलती फिरती प्रदूषण जांच मशीन मिली थी। वैन में फिट इस प्रदूषण मशीन से कहीं भी जांच की जा सकती है। इस मशीन को वाहन के साइलेंसर में लगाया जाता है और मशीन ऑन करने के बाद ये वाहन से कार्बन, नाइट्रोजन व अन्य पार्टिकल की मात्रा को बता देती है। आरटीओ प्रवर्तन ने बताया कि शासन से एक वैन के लिए बजट पास हो गया है।

कहीं भी जा सकती हैं

आरटीओ के प्रवर्तन विभाग के पास दो मोटर प्रदूषण जांच मशीन पहले से है। इनके माध्यम से रोड पर ये मशीनें जांच करती हैं। ओवर लोडेड ट्रक व डग्गामार वाहनों की जांच के लिए ये मशीनें निकाली जाती हैं। इन दो मशीनों में एक मशीन खराब पड़ी थी। जिसे हाल ही में सही करवा कर निकलवाया गया है।

प्रदूषण जांच केंद्रों की स्थिति बदतर

वैसे सिटी में आरटीओ से एप्रूव्ड प्रदूषण जांच केंद्र खुले हुए हैं लेकिन इन जांच केंद्रों की स्थिति काफी बदतर है। इन जांच केंद्रों में 30 रुपये में जांच हो जाती है या ये भी कह सकते हैं कि जांच के नाम पर खानापूरी हो जाती है। मोटर वेहिकल एक्ट के अनुसार वाहन की हर 6 माह में प्रदूषण जांच जरूरी है। सर्टिफिकेट न होने पर 100 रुपये जुर्माने का प्रावधान है।

वर्जन:

दो मोटर प्रदूषण वैन पहले से हैं। एक वैन हाल ही में मिली हैं।

- सुनीता वर्मा, आरटीओ प्रवर्तन