दूषित पानी आने से गंवाने पड़े प्राण

अब किसानों को सता रही है टेंशन

टूंडला: भले ही मोक्ष दायिनी यमुना को केन्द्र सरकार स्वच्छ करने का भरसक प्रयास कर रही हो, लेकिन यमुना का प्रदूषित जल जीवों के लिए मौत का कारण बन रहा है। यमुना का यह पानी शनिवार रात सैकड़ों मछलियों की मौत का सबब बन गया।

गांव वाले आए दहशत में

तहसील क्षेत्र के गांव रसूलाबाद के निकट यमुना में रविवार सुबह सैकड़ों मछलियां मृत अवस्था में पाई गई। एक साथ सैकड़ों मछलियों को मृत देख ग्रामीण दहशत में आ गए, क्योंकि हर रोज सैकड़ों ग्रामीण यमुना में अपने पशुओं को पानी पिलाने ले जाते हैं। पहले भी सैकड़ों मछलियों को अपने प्राण गंवाने पड़े थे।

केमिकल पानी छोड़ा जा रहा है

बताया जाता है कुछ फैक्ट्रियों द्वारा केमिकलयुक्त पानी यमुना में सीधे छोड़ा जा रहा है। अब ग्रामीणों को अपने पालतू जानवरों की जान का भी खतरा सता रहा है। यमुना का दूषित जल उनके जानवरों के लिए भी मौत का सबब बन सकता है।

खाने को उठा ले गए दर्जनों मृत मछलियां

यमुना किनारे मरी पड़ी मछलियों को दर्जनों ग्रामीण खाने के लिए उठा ले गए, ऐसे में यदि मछलियों की मौत दूषित पानी से हुई है तो वह ग्रामीणों के लिए भी मौत का सबब बन सकती है, लेकिन ग्रामीणों को मृत मछलियों को खाने से रोकने वाला कोई नहीं हैं।