- 15 प्रतिशत ने छोड़ी दो पालियों में आयोजित परीक्षा
- कई सेंटरों पर प्रवेश को लेकर हुआ हंगामा
Meerut : संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद उप्र द्वारा संचालित पॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रविवार को हुई। पॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षा की पहली पाली में कई सेंटरों पर प्रवेश को लेकर अभ्यर्थियों ने हंगामा किया। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे बाद तक प्रवेश दिया जाना था, लेकिन डीएवी इंटर कॉलेज कंकरखेड़ा, गुरु नानक इंटर कॉलेज कंकरखेड़ा, सनातन धर्म शिशु मंदिर इंटर कॉलेज में परीक्षा शुरू होने के बाद ही अभ्यर्थियों को प्रवेश नहीं दिया गया। परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थियों ने बताया कि पेपर काफी आसान रहा।
कड़ी सुरक्षा
दो पालियों में हुई पॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षा के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। पहली पाली में परीक्षा सुबह आठ बजे से थी। अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों में प्रवेश देने से पहले गहन चेकिंग की गई। मेरठ समेत प्रदेश की पॉलीटेक्निक संस्थाओं में चल रहे विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए हुई परीक्षा में पूछे गए ज्यादातर सवाल आसान रहे।
-----
जाम ने निकाले पसीने
शहर में रविवार को हुई पॉलीटेक्निक प्रवेश परीक्षा के दौरान जाम की स्थिति बनी रही। जाम के कारण परीक्षार्थी समय पर केंद्रों पर नहीं पहुंच सके। पहली पाली में परीक्षा होने के बाद शहर की ज्यादातर सड़कों पर जाम लग गया। इससे परीक्षार्थियों को भारी परेशानी हुई।
बसों में रही भारी भीड़
पहली पाली की परीक्षाहोने के बाद भैंसाली और सोहराबगेट रोडवेज बस स्टैंड पर यात्रियों की भारी भीड़ रही। बसों में चढ़ने के लिए काफी खींचतान हुई। प्रवेश परीक्षा देकर लौट रहे परीक्षार्थियों को बसों में जगह नहीं मिली। बसों में जगह न होने के कारण परीक्षार्थियों को रवाना होने के लिए काफी इंतजार करना पड़ा। इस दौरान सबसे ज्यादा परेशानी महिला परीक्षार्थियों को हुई। कुछ परीक्षार्थी बसों की छतों पर चढ़ गए। इसके अलावा ट्रेनों में परीक्षार्थियों की भीड़ देखी गई।
फैक्ट्स एंड फिगर
मेरठ में परीक्षा के लिए कुल 15 केंद्र बनाए गए थे।
सुबह की पाली में 12 केंद्रों पर हुई परीक्षा।
दूसरी पाली में कुल तीन केंद्रों पर परीक्षा हुई।
इन केंद्रों पर पंजीकृत थे कुल 6873 परीक्षार्थी
पहली पाली के लिए पंजीकृत थे 5750 परीक्षार्थी।
दूसरी पाली के लिए था 1123 छात्रों का रजिस्ट्रेशन
इनमें से 15 फीसदी अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।