आई इंवेस्टिगेशन

-झकरकटी बस अड्डे पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं, आसानी से कोई भी सामान ला और भेज सकता है

-शुक्रवार को पकड़ा गया था नोटों का जखीरा, आई नेक्स्ट ने की पड़ताल तो सामने आई सच्चाई

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KANPUR : झकरकटी बस अड्डे पर बड़ी ही आसानी से कोई भी और कैसा भी सामान लाया और भेजा जा सकता है। यहां प्रतिदिन बसों के माध्यम से बेरोक-टोक दो नंबर का माल कानपुर के बाहर भेजा जाता है। झकरकटी बस अड्डे पर हाल ही में नोटों के भरे बैग के साथ दो युवक पकड़े गए, लेकिन ऐसा तो यहां पर रोज होता है। बस अड्डे के पीछे वाले गेट पर सुरक्षा की दृष्टि से कोई व्यवस्था नहीं है, आज तक कभी यहां पर सर्चिग अभियान भी नहीं चलाया गया है।

न तो पिकेट और न सचल दल

झकरकटी बस अड्डे पर पीछे मलिन बस्ती ओर के गेट पर न तो पिकेट बैठती है और न ही कभी सचल दल दिखाई देता है। यहां पर आलम ये रहता है कि कोई भी कभी भी कुछ भी लेकर आ और जा सकता है। बस अड्डे के अंदर दाखिल होने से लेकर और बाहर जाने तक कहीं भी चेकिंग नहीं होती है। बस अड्डे के मेन गेट पर जरूर पिकेट बैठती है। जिसमें सिर्फ बाबूपुरवा पुलिस के दो सिपाही ही दिखाई देते हैं। वो भी ज्यादातर मौके से गायब ही रहते हैं।

हवाला का पैसा होता है पास

झकरकटी बस अड्डे से बड़ी मात्रा में हवाला का पैसा पास होता है। कानपुर के आसपास के जिलों में तो माल बसों के माध्यम से ही जाता है। उन्नाव, कन्नौज, घाटमपुर, फतेहपुर, झांसी, लखनऊ, इटावा, हरदोई आदि जिलों के लिए व्यापारी बस अड्डे से ही जाते हैं। पहले भी इस तरह के कई मामले पकड़े जा चुके हैं। वहीं बस अड्डे पर पिछले कुछ दिनों से लगेज बुक कराने पर सख्ती की गई है, लेकिन अब बस अड्डे से बाहर माल बसों में लादा जाने लगा है। टाटमिल चौराहा, अफीमकोठी चौराहा आदि जगहों से माल बसों पर बेधड़क लादा जाता है।

पकड़े जा चुके हैं कई मामले

नशीले पदार्थो से लेकर इलेक्ट्रॉनिक आइटम तक की तस्करी

झकरकटी बस अड्डे से रोज होती है। पहले भी कई बार ऐसे मामले पकड़े जा चुके हैं। करीब एक साल पहले गोरखपुर से आई एक बस में 1 किलो चरस के साथ तीन लोग पकड़े गए थे। वहीं करीब 6 माह पूर्व रनियां के पास टैक्स चोरी करके दिल्ली से लाया जा रहा इलेक्ट्रॉनिक सामान ट्रेड टैक्स विभाग की टीम ने पकड़ा था।

वर्जन:

बस अड्डे पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के लिए कहा गया है। परिवहन विभाग की टीमें सक्रिय हैं। कोई गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी।

-नीरज सक्सेना, आरएम।