प्रदेश के 200 कॉलेजेज में एडमिशन का खाता ही नहीं खुला

तीसरे चरण का सीट एलाटमेंट जारी, अब तक कुल 13 हजार एडमिशन

ALLAHABAD: छात्रों का डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) से मोहभंग होता जा रहा है। एकेटीयू में एडमिशन के आंकड़े गवाही दे रहे हैं कि इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट में अपना भविष्य संवारने का सपना संजोने वाले स्टूडेंट्स एकेटीयू से पूरी तरह कन्नी काट रहे हैं। आलम यह कि तीसरे चरण की आवंटन की प्रकिया पूरी होने के बाद महज 13 हजार सीटें ही भर सकी हैं। 200 कॉलेज तो ऐसे हैं जिनका खाता तक नहीं खुला है।

रंग नहीं लाया प्रयास

एकेटीयू प्रशासन ने कॉलेजों का हाल बेहतर बनाने के लिए काउंसिलिंग से पहले काफी कवायद की थी। यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। विनय कुमार पाठक ने नो योर कॉलेज, फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई, टीईटी के माध्यम से योग्य शिक्षकों के चयन के साथ कई अत्याधुनिक लैब बनाने की शुरुआत भी की थी। लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी स्टूडेंट्स ने एकेटीयू से मुंह मोड़ रखा है। तीसरे चरण की काउंसिलिंग तक केवल 13 हजार स्टूडेंट्स की एकेटीयू में दस्तक बदहाली बयां कर रहे हैं।

24 जून से शुरू हुई थी काउंसिलिंग

एसईई की काउंसिलिंग की प्रक्रिया 24 जून को शुरू हुई थी। मंगलवार को तीसरे चरण की काउंसलिंग में सीट का आवंटन जारी किया गया। एसईई-2016 के कोऑर्डिनेटर प्रो। कैलाश नारायण ने बताया कि तीसरे चरण की काउंसिलिंग सिर्फ एससी कैटेगरी के लिए थी। इसमें 205 नए कैंडीडेट्स ही एडमिशन के लिए आए, 2061 फ्लोट करके आए। तीसरे चरण में कुल 1763 को सीट आवंटित की गई। अब तक कुल 27,982 कैंडीडेट्स को सीट आवंटित की गई। जिनमें से कुल 12,917 ने ही एडमिशन लिया है।

कालेजों को बताएंगे इलाज

निजी इंजीनिय¨रग कालेजों का दर्द जानकर उनके इलाज के लिए शासन व एकेटीयू स्तर पर प्रयास किये जाएंगे। कुछ वर्षो से लगातार प्रदेश में इंजीनिय¨रग कालेजों की हालत खराब हो रही है। अब तक हुए आंकलन से स्पष्ट है कि कुछ कालेजों के लिए तो खूब मारामारी है और उनमें 80 फीसदी तक सीटें भर चुकी हैं। जबकि 90 फीसदी के आसपास कॉलेजों में तो दस फीसदी सीटें भी नहीं भर सकी हैं। इस बावत प्रमुख सचिव (प्राविधिक शिक्षा) मोनिका एस। गर्ग ने बताया कि वे स्वयं निजी इंजीनिय¨रग कालेज संचालकों से मिलकर उनकी समस्याएं जानेंगी और फिर विश्लेषण कर समाधान किया जाएगा। पूरे प्रदेश के निजी इंजीनिय¨रग कालेजों से संवाद की शुरुआत नोएडा स्थित एकेटीयू परिसर में हो गयी है। प्रमुख सचिव के मुताबिक इंजीनिय¨रग कालेजों को दो हिस्सों में बांटा गया है। पहले दिन उन कालेजों के संचालकों को बुलाया गया है। जिनके यहां 80 फीसदी से अधिक सीटें भर गयी हैं। दूसरे दिन शेष इंजीनिय¨रग कालेजों के संचालक आएंगे। अनुभवों के आधार पर ही आगे की रणनीति बनाई जाएगी।

स्थिति सुधारने के लिए अभी से प्रयास शुरू करने का फैसला हुआ है। मैं खुद निजी इंजीनिय¨रग कालेज संचालकों से मिलकर उनकी समस्याएं जानने की कोशिश करुंगी फिर विश्लेषण कर समाधान किया जाएगा।

-मोनिका एस गर्ग,

प्रमुख सचिव, प्राविधिक शिक्षा

काउंसिलिंग का अभी दो चरण शेष है। जितनी भी सीटें भरेंगी उनकी रिपोर्ट तैयार कर वीसी को भेज देंगे। वह निर्णय लेंगे की काउंसिलिंग से छूटे स्टूडेंट्स को दोबारा मौका दिया जाए या नहीं।

-प्रो। कैलाश नारायण,

कोऑर्डिनेटर, एसईई-2016

Fact file

1.73

लाख कुल सीटें संबद्ध कॉलेजों में

650

कॉलेज यूपी में एकेटीयू से संबद्ध