आर्थिक नाकेबंदी स्टार्ट
एनएच-33 की कंडीशन में सुधार की मांग करते हुए एक झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) ने 26 अक्टूबर से दो दिनों की आर्थिक नाकेबंदी स्टार्ट की है। इस लड़ाई में अब आम आदमी भी कूदने लगा है। रोड की इस लड़ाई में आम आदमी का हथियार बन रहा है फेसबुक। एनएच को लेकर सिटी में कई लोगों ने फेसबुक पर अभियान छेड़ा है, फेसबुक पर स्टार्ट किए गए इस अभियान का आच्छा रिस्पांस भी मिल रहा है।

फेसबुक पर छिड़ी रोड की जंग
बहरागोड़ा से रांची तक एनएच-33 की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि ये अब एक पॉलिटिकल मुद्दे के साथ-साथ सोशल इश्यू भी बनने लगा है। रोड की इस समस्या से परेशान लोग अब सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए इस मुद्दे पर आम राय बनाने के लिए कैंपेंन करने लगे हैं। सिटी में फेसबुक के जरिए लोगों को रोड की स्थिति बताने के साथ-साथ इसमें सुधार के लिए अपील की जा रही है।

आवाज पहुंचानी है जरूरी
एनएच-33 को दुरुस्त करने को लेकर फेसबुक पर कैंपेन कर रहे विनय मिश्रा ने कहा कि रोड की दशा सालों से खराब पड़ी है, पर किसी ने भी आज तक इसकी सुध नहीं ली। लोगों को रोज इस रोड की दुर्दशा का फल भुगतना पड़ता है, इसलिए जरूरी है कि लोगों की ये परेशानियां संबंधित लोगों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि फेसबुक इसके लिए अच्छा माध्यम बन रहा है। झारखंड ह्यïूमन राइट्स कॉन्फ्रेंस (जेएचआरसी) के प्रेसिडेंट मनोज मिश्रा ने कहा कि इस गंभीर मुद्दे पर जब तक आम आदमी की तरफ से दबाव नहीं बनेगा, तब तक किसी सुधार की संभावना नहीं दिखती। उन्होंने कहा कि रोड के मुद्दे पर सोशल नेटवर्किंग साइट आम आदमी की आवाज बन रहा है।

'रोड की स्थिति को लेकर सबके मन में गुस्सा है। सोशल नेटवर्किंग साइट ये गुस्सा संबंधित लोगों तक पहुंचाने का काम कर रहा है.'
-मनोज मिश्रा, प्रेसिडेंट, जेएचआरसी

'एनएच-33 की हालत जर्जर हो चुकी है। यह आम लोगों से जुड़ी समस्या है। फेसबुक के जरिए लोग अपनी प्रॉŽलम्स शेयर कर रहे हैं.'
-विनय मिश्रा

Report by: jamshedpur@inext.co.in