राजधानी का अहम हिस्सा होने के बावजूद यहां नहीं होती साफ-सफाई

-नालियां चोक होने की वजह से हर बार बरसात में बढ़ जाती है जलभराव की समस्या

-हाइवे से सटा हुआ है मोहक्कमपुर खुर्द का यह एरिया

DEHRADUN: मेन हाइवे से जुड़े मोहक्कमपुर खुर्द के एरिया में साफ-सफाई की व्यवस्थाएं पूरी तरह से चरमरा गई हैं। इसे यहां का दुर्भाग्य ही कहेंगे कि राजधानी देहरादून में होने के बावजूद यहां गंदगी पसरी हुई है। नगर निगम की गाडि़यां भी कुछ दूर तक आती हैं, लेकिन नगर निगम के क्षेत्र से बाहर और ग्राम पंचायत एरिया होने के चलते यहां नगर निगम की कूड़ा उठाने वाली गाड़ी भी नहीं आती है। इसके चलते लोग घर के पास ही रेलवे पटरी की खाली जमीन पर कूड़ा डालते हैं। जिससे आस-पास रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। एरिया में नालियां भी पूरी तरह से चोक हैं। जिससे कारण हल्की बारिश होने पर ही लोगों के घरों के अंदर पानी घुस जाता है.वहीं पास में रेलवे फाटक है। रेलवे फाटक बंद होने की स्थिति में यहां कई बार ट्रैफिक जाम की स्थिति बन जाती है। वाहनों के हॉर्न का शोर-शराबा अब यहां की पब्लिक के लिए मुसीबत बन चुका है। एरिया में साफ-सफाई और रेलवे फाटक के चौड़ीकरण के लिए भी कई बार स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ सरकार से भी मांग की गई लेकिन समस्याएं आज भी पहले जैसी ही चली आ रही हैं।

क्या कहना है लोगों का-

घर के पास रेलवे की खाली जमीन पर लोग कूड़ा फेंकते हैं। यह कूड़ा उठता भी नहीं है। जिससे महामारी फैलने का खतरा बना रहता है।

-अनिता चौधरी

कई लोगों को कूड़ा फेंकने के लिए मना किया, लेकिन कोई मानता भी नहीं है। कूड़ा रखने और उठाने के लिए व्यवस्था होनी चाहिए।

-सुनीता

क्षेत्र में नालियां पूरी तरह से चोक पड़ी हुई हैं। जिससे हल्की सी बरसात होने पर गंदा पानी सड़क से घरों के अदंर आ जाता है।

-सुनील चौधरी

कहने को तो हम लोग शहर में हैं। लेकिन ग्राम पंचायत क्षेत्र होने के चलते यहां कोई ध्यान नहीं देता है।

-संदीप सिंह

खाली स्थान देखते ही लोग वहां कूड़ा फेंकते हैं। कई बार हम लोगों ने स्वयं यहां सफाई की है।

-आशीष

नालियां बंद होने से पानी की निकासी नहीं हो पाती है। जिससे नालियों में पानी रेंगता रहता है।

-माधव

रेलवे फाटक होने के कारण भी यहां कई बार ट्रैफिक जाम होता है। जिससे वाहनों के हार्न से शोर-शराबा होता है।

-शिवराज

रोड का चौड़ीकरण होना चाहिए। ताकि फाटक खुलने पर वाहन आसानी से निकल पाएं और ट्रैफिक जाम की स्थिति न बन पाए।

-संतोष रावत