- क्षेत्रीय लोगों को आवागमन में उठानी पड़ती हैं दिक्कतें

- चुनाव में बस स्टैंड का मुद्दा उठेगा जोर-शोर से

DHANAURI: अलग राज्य बनने के बावजूद घाड़ क्षेत्र की दशा नहीं बदली है, यातायात व्यवस्था के नाम पर क्षेत्र को हाईवे तो मिला लेकिन यातायात सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं हुआ। पंचायत चुनाव के बहाने भगवानपुर से लेकर धनौरी व बहादराबाद तक लगने वाली ग्राम पंचायतों के भावी उम्मीदवार इस नब्ज को टटोलने में जुटे हैं। आगामी विस चुनाव-ख्0क्7 में यह मुद्दा जोर-शोर से गूंजेगा, ऐसा माना जा रहा है।

क्षेत्र में नहीं है बस स्टॉपेज

गौरतलब है कि सत्तर के दशक तक जब हरिद्वार-दिल्ली हाइवे वाया धनौरी हुआ करता था, तब धनौरी में न सिर्फ रोडवेज अड्डा अधिकारिक तौर पर चला करता था। धनौरी पुल के समीप व्यापारिक सामान की बु¨कग व बिल्टी भी कटा करती थी। ग्रामीण रघुवीर सिंह, मुल्कीराज सैनी, सुभाष सैनी, योगेश कुमार बताते हैं कि तत्कालीन समय में रोडवेज बसों का पड़ाव भी यहां हुआ करता था,लेकिन आज स्थिति बिल्कुल बदल गयी है। हरिद्वार-रुड़की वाया पिरान कलियर, धनौरी मार्ग एवं हरिद्वार-भगवानपुर वाया धनौरी मुख्य मार्ग इस घाड़ क्षेत्र को जोड़ते हुए निकलते हैं, लेकिन फिर भी ग्रामीणों की सुविधा को देखते हुये राज्य सरकार ने अब तक की इन मार्गों पर सिटी बस या मिनी रोडवेज से प्रदेश की बसे न गुजरती हों, बल्कि इसके साथ राजस्थान, हिमाचल, उत्तर प्रदेश व पंजाब आदि राज्यों की रोड़वेज बसे गुजरती हैं, लेकिन स्टॉपेज न होने से क्षेत्रीय ग्रामीण इनका लाभ उठाने से वंचित है।

मिनी रोडवेज बसें चलाने की मांग

दिवंगत काबीना मंत्री सुरेन्द्र राकेश के परिवहन मंत्री रहते हुये जब भगवानपुर को तहसील का दर्जा मिला था, तो ग्रामीणों में उम्मीद जगी थी कि राज्य सरकार की ओर से चलने वाली मिनी रोडवेज बसों का लाभ क्षेत्र को मिलेगा, लेकिन यह उम्मीद भी धीरे-धीरे धूमिल होती गई। यातायात व्यवस्था के नाम पर अतिविस्तृत घाड़ क्षेत्र के हिस्से में मैटाडोर व टैंपू ही हैं। धनौरी क्षेत्र में रोडवेज की मिनी बसों का संचालन न होना,बल्कि लक्सर तहसील तक मिनी रोडवेज बसों का संचालन होना घाड़ क्षेत्रवासियों को काफी अखर रहा है। समाजसेवी नकलीराम, अमित सैनी व विनय कुमार का कहना है कि सरकार ने घाड़ क्षेत्र के विकास हेतु घाड़ विकास परिषद का गठन तो किया, लेकिन गठन होने के इतने माह बाद भी इस परिषद की क्षेत्रीय विकास की गाड़ी पटरी पर नहीं चढ़ी। एक बार फिर क्षेत्रीय ग्रामीणों ने धनौरी बस अड्डा, बस स्टॉप बनाने एवं हरिद्वार-भगवानपुर एवं हरिद्वार-रुड़की वाया पिरान कलियर, धनौरी मार्ग पर मिनी रोडवेज बसे चलाने की मांग की है। हरिद्वार बस स्टैंड के एआरएम सुरेश चौहान का कहना है कि धनौरी में बस अड्डा व बस स्टाप बनाने के संबंध में उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा जाएगा।