देहरादून, उत्तराखंड में पलायन की समस्या आज की नहीं है। राज्य के पहाड़ी जिलों से रोजगार, शिक्षा और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए लंबे अरसे से पलायन होता रहा है। पलायन की समस्या इतनी विकट हो चुकी थी कि इसे रोकने के लिए सरकार को अलग से पलायन आयोग का गठन करना पड़ा। पलायन को लेकर आयोग की अंतरिम रिपोर्ट में भी चौंकाने वाली स्थिति देखने को मिली है। विगत 17 सालों में 3000 से ज्यादा गांव राज्य के खाली हुए हैं, जबकि एक लाख हेक्टेयर से ज्यादा कृषि भूमि बंजर हुई है। 2011 की जनगणना के अनुसार प्रदेश के 2.5 लाख घरों में ताले लटके हुए हैं।

पलायन का सबसे बड़ा कारण रोजगार

रोजगार की तलाश प्रदेश में पलायन का सबसे बड़ा कारण रहा है। पलायन करने वालों में 50 परसेंट लोग रोजगार की तलाश में ही सूबे के पहाड़ी जिलों से मैदानी जिलों की ओर रुख कर गए। इसके बाद दूसरा सबसे बड़ा कारण बच्चों और तीसरा कारण बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की तलाश रहा।

पलायन की वजह और परसेंटेज

रोजगार - 50.16 परसेंट

शिक्षा -15.21 परसेंट

चिकित्सा सुविधा - 8.83

सड़क, बिजली, पानी- 3.74

कृषि पैदावार में कमी- 5.44 परसेंट

जंगली जानवरों का आतंक- 5.61 परसेंट

दूसरों की देखादेखी- 2.52 परसेंट

अन्य कारण- 8.48

दून में सबसे ज्यादा माइग्रेशन

सेंसस रिपो‌र्ट्स के अनुसार देहरादून की बात करें तो 1991 से 2011 तक यहां की जनसंख्या डेढ़ गुना हो गई है। इसका सबसे बड़ा कारण पलायन ही है। दरअसल राज्य के पहाड़ी जिलों से बड़ी संख्या में लोग पलायन कर दून पहुंचे, राजधानी बनने के बाद आबादी में इजाफा और तेज हुआ।

दून में लोकल माइग्रेशन

जिले के विभिन्न क्षेत्रों से नजदीकी कस्बों में 57 परसेंट जनसंख्या ने पलायन किया। इसमें दून सिटी भी शामिल है। इसके साथ ही जिले के विभिन्न क्षेत्रों से जिला मुख्यालय यानि सिटी में पलायन करने वालों का प्रतिशत 23 है। जाहिर है सिटी में जनसंख्या का दबाव लगातार बढ़ा।

रिवर्स माइग्रेशन का इंपेक्ट

माइग्रेशन कमिशन की तफ्तीश में यह भी सामने आया कि राज्य में माइग्रेशन के साथ-साथ रिवर्स माइग्रेशन भी देखने को मिला है। रिवर्स माइग्रेशन का इंपेक्ट यह रहा कि राज्य के शहरी इलाकों की जनसंख्या और बढ़ गई। इसका सबसे ज्यादा असर देहरादून, हरिद्वार और यूएस नगर की आबादी पर पड़ा।

दून में लोकल माइग्रेशन

नजदीकी कस्बों में 57.12

जनपद मुख्यालय 23.67

राज्य के दूसरे जिलों में 8.08्र

राज्य से बाहर 10.46

देश से बाहर 0.67

दून की पॉपुलेशन (2011) 16.99 लाख

स्टेट की पॉपुलेशन में शेयर 16.79 परसेंट

अर्बन पॉपुलेशन 55.90 परसेंट

मैदानी जिलों में जनसंख्या का ज्यादा दबाव

जिला जनसंख्या क्षेत्रफल

देहरादून 16.99 लाख 3088 वर्ग किमी

हरिद्वार 19.2 लाख 2360 वर्ग किमी

यूएस नगर 16.48 लाख 2912 वर्ग किमी